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KERALA TOURSIM ON F-35B: बारिश धूप दिन रात ब्रिटेन का F-35 पिछले 18 दिन से खड़ा है. कैसे ठीक होगा इसका कोई समय सीमा टेक्निकल टीम के आने बाद ही पता लग पाएगा. लेकिन जो F-35 के ना जाने का कारण केरल टूरिज्म ने बताय…और पढ़ें
केरल टूरिज्म ने F-35 के ना जाने की वजह इस अंदाज में बताई
हाइलाइट्स
- केरल टूरिज्म ने F-35B की मजेदार वजह बताई.
- ब्रिटेन का F-35B 18 दिन से त्रिवेंद्रम में खड़ा है.
- F-35B की मरम्मत के लिए टेक्निकल टीम का इंतजार.
अब भी हैंगर में नहीं गया एयरक्राफ्ट
18 दिन से एयरक्राफ्ट टारमेक पर खड़ा है. भारत में ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने इस पर आधिकारिक बयान जारी कर के कहा था कि ब्रिटेन का एक F-35B विमान इंजीनियरिंग संबंधी समस्या के चलते तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मरम्मत के लिए इंतजार कर रहा है. ब्रिटेन ने विमान को हवाई अड्डे पर MRO यानी की मेंटिनेंस, रिपेयर और ओवरहाल फैसेलिटी में ले जाने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. ब्रिटेन की इंजीनियरिंग टीम के स्पेशलिस्ट उपकरणों के पहुंचने के बाद एयरक्राफ्ट को हैंगर में ले जाया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि अन्य विमानों के रूटीन शिडियूल मेंटिनेंस में कम से कम बाधा हो. रिपेयर और सेफ्टी चेक पूरी होने के बाद एयरक्राफ्ट एक्टिव सर्विस में वापस आ जाएगा. ग्राउंड टीमें सुरक्षा और सुरक्षा सावधानियों का पालन सुनिश्चित करने के लिए भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम करना जारी रखती हैं.
टो करके ले जाने वाले स्टीयरिंग आर्म फिलहाल मौजूद नहीं
इंग्लैंड की रॉयल नेवी के F-35 फाइटर जेट ने कम ईंधन के चलते त्रिवेंद्रम में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी. उस जेट को रीफ्यूल किया गया लेकिन वह उड़ नहीं सका. बताया जा रहा है कि एयरक्राफ्ट स्टार्ट करने के बाद उसके APU यानी ऑक्जिलरी पावर यूनिट और हाईड्रोलिक में दिक्कते पेश आ रही थी. फाइटर को रेस्क्यू करने के लिए ब्रिटिश नेवी का हेलिकॉप्टर MJS-101 टेक्निकल टीम भी पहुंची थी. लेकिन फॉल्ट को दुरुस्त नहीं किया जा सका था. एयरक्राफ्ट को हैंगर में ले जाने के लिए इस्तेमाल में लाए जाने वाला स्टीयरिंग आर्म या टोइंग आर्म की जरूरत होती है. F-35B का टोइंग आर्म भी एयरक्राफ्ट कैरियर पर ही होगा जहां से इसने उड़ान भरी थी. अलग-अलग टाइप के एयरक्राफ्ट के स्टीयरिंग आर्म भी अलग होते हैं. जिसे नोज व्हील से जोड़कर इसे टो किया जाता है. किसी दूसरे एयरक्राफ्ट के स्टीयरिंग आर्म से उसे कनेक्ट नहीं किया जा सकता.माना जा रहा है कि टेक्निकल टीम के साथ यह स्टीयरिंग आर्म भी आएगा और फिर एयरक्राफ्ट को हैंगर तक ले जाया जाएगा.
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