मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ अशोकनगर जिले के मुंगावली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई एक वायरल वीडियो और पीड़ित के शपथ पत्र के आधार पर की गई है। थाना प्रभारी जोगिंदर सिंह यादव ने बताया कि यह एफआईआर शुक्रवार को दर्ज की गई।
बताया गया कि 26 जून को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें अशोकनगर जिले के मूढ़रा बरवाह गांव के गजराज लोधी और उनके भाई रघुराज लोधी ने मारपीट और मानव मल खिलाने का आरोप लगाया था। रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो वायरल होने के बाद गजराज लोधी ने कलेक्टर को दिए गए शपथ पत्र में स्वीकार किया कि मानव मल खिलाने की घटना झूठी थी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस नेता उन्हें ओरछा ले गए, जहां जीतू पटवारी ने उन्हें अमानवीय घटना का झूठा बयान देने को कहा। बदले में मोटरसाइकिल और आर्थिक मदद का वादा किया गया था। शपथ पत्र के अनुसार, गजराज ने दबाव में आकर झूठा बयान दिया। जीतू पटवारी ने इस बयान का वीडियो बनवाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
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थाने में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के इस कृत्य से विभिन्न जातियों और समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने का प्रयास किया गया। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 61(2), 196(1)(A), 197(1)(C), 229(2), 237 और 353(1)(C) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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क्या है मामला?
दरअसल, बुधवार को मूड़रा बरवाह गांव का युवक जीतू पटवारी से मिला था। उस मुलाकात का वीडियो जीतू पटवारी ने खुद सोशल मीडिया पर शेयर किया था। युवक ने पटवारी से शिकायत की थी कि उसके भाई की मोटरसाइकिल सरपंच के पति और बेटे ने रख ली थी। जब वह बाइक लेने गया तो विकास यादव और उसके पिता राजन यादव ने उसके साथ मारपीट की और उसे गंदगी खिलाई। हालांकि, दो दिन बाद युवक ने कलेक्टर को दिए शपथ पत्र में स्वीकार किया कि मानव गंदगी खिलाने की घटना झूठी थी। उसने दबाव में आकर बयान दिया था।