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Next R&AW Chief: भारत की सर्वोच्च खुफिया एजेंसी रिसर्च एनालिसिस विंग यानी (R&AW) का कौन होगा नया बॉस. वर्तमान प्रमुख का सेवा विस्तार या नया बॉस. वर्तमान प्रमुख का कार्यकाल सोमवार 30 जून को समाप्त होने जा रहा है…और पढ़ें
पराग जैन और सुनील अचैया में से कोई एक हो सकता है अगला रॉ प्रमुख. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
- रवि सिन्हा का कार्यकाल 30 जून को समाप्त होगा.
- पराग जैन और सुनील अचैया नए R&AW चीफ की दौड़ में.
- सोमवार दोपहर तक नए प्रमुख का नाम घोषित होगा.
नई दिल्ली: इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की तर्ज पर काम करने वाली भारत की सर्वोच्च खुफिया एजेंसी रिसर्च एनालिसिस विंग अपने आप मे बेहद शक्तिशाली और प्रभावशाली संस्था के रूप में जानी जाती है. 21 सितंबर 1968 को इस संस्था का जन्म हुआ था और इसके पहले प्रमुख आर एन काव थे. इस संस्था का मुख्य काम भारत के खिलाफ विदेशों में हो रही साजिशों का पता लगाने और गुप्त ऑपरेशन करने का है. इस संस्था के प्रभारी मंत्री स्वयं प्रधानमंत्री होते हैं और रिसर्च एनालिसिस विंग के प्रमुख को अपनी डेली रिपोर्ट राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को देनी होती है. विदेशों से संबंधित जब भी कोई बड़ी जानकारी की बाबत भारत में बैठक होती है तो उसमें इस संस्था के प्रमुख भी उपस्थित रहते हैं. उन्हें सचिव (आर ए डब्ल्यू) के नाम से जाना जाता है.
अभी रवि सिन्हा के पास रॉ की कमान
कौन दो अधिकारी हैं अगला R&AW चीफ बनने की रेस में?
वर्तमान प्रमुख का कोई सेवा विस्तार आदेश न आने के कारण अब इस पद पर दो वरिष्ठ अधिकारियों के आने की संभावना है. इनमें से एक पराग जैन जो वर्तमान में इस संस्था के विशेष निदेशक है और 1989 बैच पंजाब कैडर के वरिष्ठ अधिकारी हैं का नाम शामिल है. पराग जैन पिछले लंबे समय से इस संस्था में तैनात है और उन्होंने कई महत्वपूर्ण ऑपरेशन में भाग भी लिया है. वर्तमान में वे इस संस्था के सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं.
इस दौड़ में दूसरा नाम इसी संस्था में तैनात नागालैंड काडर के 1991 बैच के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सुनील अचैया का है. सुनील इसके पहले भारतीय खुफिया ब्यूरो में लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं. पिछले कुछ सालों से वे रिसर्च एनालिसिस विंग में तैनात है. सुनील ने भी अपने कार्यकाल के दौरान अनेक बड़े ऑपरेशन में भाग लिया है. कौन बनेगा नया रा चीफ यह इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि अभी तक वर्तमान प्रमुख का सेवा विस्तार आदेश नहीं आया है जबकि खुफिया ब्यूरो के प्रमुख का सेवा विस्तार आदेश काफी पहले आ चुका है. साथ ही सचिव सुरक्षा के लिए भी नए अधिकारी की तैनाती की जा चुकी है. ऐसे में माना जा रहा है कि वर्तमान प्रमुख को संभवत सेवा विस्तार नहीं मिलेगा. इस मामले में अंतिम फैसला स्वयं मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति को लेना होता है माना जा रहा है कि सोमवार दोपहर तक इस नाम पर मोहर लग जाएगी.
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak’s journey began with print media and soon transitioned towards digital. He…और पढ़ें
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