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ममता बनर्जी ने निर्वाचन आयोग पर भाजपा की कठपुतली की तरह काम करने का आरोप लगाया और एनआरसी को पिछले दरवाजे से लागू करने की कोशिश का संदेह जताया. उन्होंने आयोग के कदम को खतरनाक बताया.
ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर निशाना साधा है. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
- ममता बनर्जी ने निर्वाचन आयोग पर NRC लागू करने का आरोप लगाया.
- ममता ने चुनाव आयोग के कदम को खतरनाक बताया.
- ममता ने भाजपा पर कठपुतली की तरह काम करने का आरोप लगाया.
दीघा. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को भारत निर्वाचन आयोग पर जुलाई 1987 से दिसंबर 2004 के बीच जन्मे मतदाताओं को अलग-थलग करने और ‘मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण’ के नाम पर उनकी नागरिकता के दस्तावेजी सबूत मांगने के लिए निशाना साधा. ममता बनर्जी ने आयोग पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कठपुतली की तरह काम करने का आरोप लगाते हुए पूछा कि क्या यह कदम राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को पिछले दरवाजे से लागू करने का प्रयास तो नहीं है.
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं निर्वाचन आयोग के इस कदम या इन तिथियों को चुनने के पीछे के तर्क को नहीं समझ पा रही हूं. यह किसी घोटाले से कम नहीं है. मैं आयोग से स्पष्टीकरण चाहती हूं कि क्या वे पिछले दरवाजे से एनआरसी को लागू करने की कोशिश कर रहे हैं. वास्तव में, यह एनआरसी से भी ज्यादा खतरनाक लगता है, जिसका विपक्ष में मौजूद हर राजनीतिक दल को विरोध करना चाहिए.” ममता बनर्जी ने खुलासा किया कि ये पत्र बिहार सरकार को भेजे गए थे और इसकी एक प्रति उन्हें भी भेजी गई.
ममता ने निर्वाचन आयोग पर भाजपा की इच्छा के अनुसार काम करने का आरोप लगाया और ऐसे नियम बनाने के उसके अधिकार को चुनौती दी. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नाम लिए बिना कहा, “देश के लोकतांत्रिक ढांचे को चलाने में अहम भूमिका निभाने वाले केंद्रीय और राज्य स्तर के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से परामर्श किए बिना आयोग एकतरफा तरीके से ऐसा कैसे कर सकता है?”
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, “वे (भाजपा और आयोग) हमारे साथ बंधुआ मजदूरों जैसा व्यवहार कर रहे हैं और यह सब केवल एक खास संघ प्रचारक की इच्छाओं को पूरा करने के लिए कर रहे हैं, जो अब सभी व्यावहारिक उद्देश्यों के लिए देश चला रहे हैं.” ममता ने जनता से ‘मतदान के अधिकार को छीनने के ऐसे प्रयासों’ से सतर्क रहने का आग्रह करते हुए चेतावनी दी कि यह कदम ‘भाजपा के लिए उल्टा पड़ेगा’.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h…और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h… और पढ़ें
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