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Man Suffers Poisoning Using Same Thermos: 10 साल से एक ही थर्मस इस्तेमाल करने वाला शख्स जहर से मरा.

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Man Suffers Poisoning Using Same Thermos: शख्स एक ही थर्मस से पिछले 10 सालों से चाय-कॉफी पी रहा था. उसे भी अंदाज़ा नहीं था कि उसकी ये आदत उसे मौत के मुंह से पहुंचा देगी.

10 साल से शख्स के पास था थर्मस, एक दिन ले ली मालिक की जान!

10 साल से एक ही थर्मस इस्तेमाल कर रहा था शख्स.

हाइलाइट्स

  • 10 साल से एक ही थर्मस इस्तेमाल कर रहा था शख्स.
  • रोज़ाना उसी में चाय-कॉफी-कोल्ड ड्रिंक पीता था.
  • एक दिन उसी थर्मस की वजह से गई जान.

कई बार हम समझ ही नहीं पाते हैं कि हमारी थोड़ी सी कंजूसी हमें किस मुसीबत में फंसाने वाली है. कुछ लोग तो लापरवाही की वजह से कुछ ऐसा कर जाते हैं कि उनकी ज़िंदगी खतरे में पड़ जाती है. कुछ ऐसा ही हुआ ताइवान में रहने वाले एक शख्स के साथ, जिसने एक ही थर्मस का इस्तेमाल लगातार कई सालों तक किया. इस घटना के बारे में जानकर आप दंग रह जाएंगे.

ऑडिटी सेंट्रल की रिपोर्ट के मुताबिक शख्स एक ही थर्मस से पिछले 10 सालों से चाय-कॉफी पी रहा था. उसे भी अंदाज़ा नहीं था कि उसकी ये आदत उसे मौत के मुंह में पहुंच गया. वैसे तो शख्स को कोई तकलीफ नहीं थी लेकिन अचानक एक दिन उसकी तबीयत खराब लगने लगी. जैसे ही वो डॉक्टरों ने उसकी जांच की, उनकी हैरानी का ठिकाना नहीं रहा.

थर्मस ने ले ली जान

ताइवान में एक दुखद घटना सामने आई है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत एक थर्मस में 10 साल तक लगातार चाय-कॉफी पीने की वजह से हो गई. फेफड़ों के संक्रमण और हैवी मेटल पॉइजनिंग की वजह से हो गई. ताइवानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक शख्स की जान एक पुराने थरमस के लंबे समय तक इस्तेमाल से हुई. इसमें शख्स पिछले 10 सालों से रोजाना चाय, कॉफी और जूस जैसे एसिडिक पेय पदार्थ रखता था.

कैसे पता चली बीमारी?

जब मरीज ने एक साल पहले स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की शिकायत की, तो ब्लड टेस्ट में हैवी मेटल्स की अधिक मात्रा पाई गई. डॉक्टरों ने जब इसकी वजह जाननी चाही तो उन्हें पता चला कि वह व्यक्ति लगातार एक जंग लगे थरमस का इस्तेमाल कर रहा था. थरमस के अंदर जंग लग चुकी थी, लेकिन व्यक्ति ने इसे नज़रअंदाज़ किया और हल्का-फुल्का धोकर ही इस्तेमाल करता रहा.

नहीं बचा सके डॉक्टर भी

थरमस में चाय, कॉफी, जूस जैसे पेय पदार्थ रखे जाते थे. इन सबमें अम्लीय तत्व होते हैं, इसलिए वह जंग लगे धातु से रिएक्शनन करके हैवी मेटल्स छोड़ने लगे. यही मेटल्स यह धीरे-धीरे शरीर में जमा होती गईं और मरीज की इम्यून सिस्टम को गंभीर नुकसान हुआ. जब तक वह अस्पताल पहुंचा, तब तक उसके फेफड़ों में गंभीर संक्रमण हो चुका था. नतीजा ये हुआ कि तमाम कोशिशों के बावजूद डॉक्टर उस शख्स की जान नहीं बचा सके.

थर्मस इस्तेमाल करते हुए रखें याद

इस घटना से हमें सीखने की जरूरत है कि हमेशा 304 ग्रेड स्टेनलेस स्टील से बने थर्मस का ही उपयोग करें. थरमस को तीन साल से ज्यादा इस्तेमाल न करें, खासकर अगर वह रोजाना उपयोग में लाया जा रहा हो. जंग लगने की स्थिति में उसे तुरंत बदल दें और एसिडिक पेय पदार्थ रखने से बचें.

Prateeti Pandey

News18 में Offbeat डेस्क पर कार्यरत हैं. इससे पहले Zee Media Ltd. में डिजिटल के साथ टीवी पत्रकारिता भी अनुभव रहा है. डिजिटल वीडियो के लेखन और प्रोडक्शन की भी जानकारी . टीवी पत्रकारिता के दौरान कला-साहित्य के सा…और पढ़ें

News18 में Offbeat डेस्क पर कार्यरत हैं. इससे पहले Zee Media Ltd. में डिजिटल के साथ टीवी पत्रकारिता भी अनुभव रहा है. डिजिटल वीडियो के लेखन और प्रोडक्शन की भी जानकारी . टीवी पत्रकारिता के दौरान कला-साहित्य के सा… और पढ़ें

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