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इंदौर में आपातकाल को लेकर सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है।
आपातकाल के 50वां वर्ष होने पर इंदौर में भाजपा ने सेमिनार आयोजित किया है। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने रात को 11:45 बजे बिना कैबिनेट, बिना प्रावधान और बिना मीटिंग किए ही आपातकाल लगाने का प्रस्ता
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न्यायालय जाने पर रोक लगा दी, अपील भी नहीं की जा सकती थी, एक तरह से लोकतंत्र पर कुछ लोगों का कब्जा हो गया। राष्ट्रपति कैबिनेट के अप्रूवल देखता है, लेकिन आपातकाल लगाने की इतनी जल्दी थी, उन्हें डर था, कि 25 जून से आंदोलन खड़ा न होगा तो लोग उसमें शामिल होंगे, उससे पहले ही लोगों को जेलों में डाल दो, जो जहां था, उसे उसी जगह जेलों में ठूंस दिया गया।
विक्रम वर्मा ने कहा-
आप कल्पना कीजिए कि 50 साल पहले देश में क्या चल रहा था, आज उनका पोता संविधान की किताब लेकर घूमता है, शर्म नहीं आती? ये बात बताना चाहिए तुमने संविधान पढ़ा भी है संविधान में क्या है जरा पूछिए इनसे। जो प्रावधान बदले गए थे, उनके एक एक हिस्सा निकालिए, इंटरनेट पर सब मिल जाएगा, कि क्या-क्या प्रावधान थे।

इंदिरा ने खुद को आजीवन राष्ट्रपति बनाने के लिए संविधान में बदलाव किए थे। यदि यह प्रावधान हिंदुस्तान में लागू हो जाता, इंदिरा चुनाव जीत जाती, वापस कांग्रेस की सरकार बन जाती तो हिंदुस्तान एक कारावास बन जाता।
एक तानाशाह जैसे आज हम पश्चिमी देशों में देख रहे हैं वह बैठ जाता और आपके अधिकार छिन जाते। यदि उस समय लोग हिम्मत खो देते तो लोकतंत्र जिंदा नहीं रहता तानाशाही इस देश के अंदर होती। एक खानदान का राज होता और वह खानदान जो चाहता मुगलिया सल्तनत जैसी सल्तनत चलती।
उसके क्या दुष्परिणाम होते आप कल्पना कीजिए। उन्होंने कहा कि संघ के स्वयं सेवक और लोकतंत्र की रक्षा करने वाले ये पुरोधा जो आपके सामने बैठे हैं उन्होंने लोकतंत्र को बचाने के लिए लंबा संघर्ष किया, लंबी लड़ाई लड़ी है। आज फिर देश को अराजकता की और ले जाने की कोशिश हो रही है।

सेमिनार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
कांग्रेस फिर अपने नक्शे कदम पर चल रही पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा ने कहा- कांग्रेस सेना का मनोबल तोड़ने की कोशिश हो रही है। पाकिस्तान के अंदर घुस कर 9 आतंकी अड्डों को नष्ट करना किसी और प्रधानमंत्री की ताकत नहीं थी, ये प्रधानमंत्री मोदी की ताकत है। लेकिन, सवाल उठाए जा रहे हैं कि हमारे कितने फाइटर प्लेन नष्ट हुए? कांग्रेस फिर अपने नक्शेकदम पर चल रही है।
उनके नेता फिर से जनता को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं। जो गलतियां उनके पूर्वजों ने की वही दोहराई जा रही है। सीजफायर पर सवाल उठाए जा रहे हैं? हमारे प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा है ऑपरेशन सिंदूर चालू है, यदि वहां एक गोली चलेगी तो उसका जवाब गोले से दिया जाएगा। लेकिन कांग्रेस द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है।

लोकतंत्र की रक्षा करने वाले हमारे पुरोधाओं ने अनेक यातना सही प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती ने कहा कि आपातकाल में लोकतंत्र की रक्षा करने वाले हमारे पुरोधाओं ने अनेक यातना सही। इतनी यातना भोगने के बाद भी उन्हें आशा थी कि एक दिन भारत माता को परम वैभव के शिखर पर ले जाने का काम करेंगे। उनका सपना था, जो बुझती आखों से देखते थे, और अपने उस सपने को साकार करने के लिए यातना सहने के बाद भी अंजाम देने का काम करते थे।
हम सौभाग्यशाली है कि हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गौरवशाली अवसर देखने को मिल रहा है, यह उतना आसान नहीं था, सरल नहीं था। भाजपा को खड़ा करने में हमारे इन महान पुरोधाओं ने, योद्धाओं ने अनेक आहुति देते हुए भारत में भाजपा को खड़ा करते करते दुनिया में भारत को खड़ा करके रख दिया।
भाजपा जिला अध्यक्ष श्रवण सिंह चावड़ा ने कहा कि आपातकाल देश पर दंश था, कांग्रेस ने न सिर्फ लोकतंत्र की हत्या की बल्कि संविधान को भी तोड़ने का काम किया।
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