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ये कहते हुए मुरैना के बांसी गांव के सूरज कड़ेरा का चेहरा गुस्से और तनाव से भर जाता है। सूरज इस समय सदमे में है। वो जिस लड़की मलिश्का से प्यार करता था, जिससे शादी करना चाहता था उसकी 16 जून को हत्या कर दी गई। ये हत्या किसी और ने नहीं बल्कि लड़की के दादा ने ही की है।
दरअसल, सूरज और मलिश्का एक दूसरे से प्यार तो करते थे मगर रिश्ते में मामा-भांजी भी थे, लिहाजा मलिश्का के दादा और पिता को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। अपनी पोती की हत्या करने के बाद दादा ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन उसका नाटक ज्यादा दिनों तक नहीं चल सका। पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट…

पहले जानिए दादा ने कैसे किया पुलिस को गुमराह
प्रेमी सूरज पर ही लगाया हत्या का आरोप टीआई डिंपल मौर्य के मुताबिक पुलिस को घटना की जानकारी रात 11 बजे लगी थी। जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो प्रतीक्षालय के पास एक बच्ची की लाश पड़ी हुई थी। वहीं पर उसके माता पिता और दादा मौजूद थे। हमने डेडबॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। मां सुआ बाई, पिता लाखन और दादा सरनाम कड़ेरा से पूछताछ की।
उन्होंने बताया कि गांव के ही रवि गौरव और पास के बांसी गांव के सूरज कड़ेरा ने उनकी बेटी की हत्या की है। पुलिस को पता चला कि परिजन ने जिन पर हत्या का शक जाहिर किया है वो तो बाहरी राज्यों में रहते हैं। हमने उनकी कंपनियों और फैक्ट्री में भी बात कर इस बात की तसदीक की। इस पूरी तफ्तीश के दौरान लड़की के दादा हमारे साथ ही थे।

ये तस्वीर 16 जून की है, जब मलिश्का की गोली मारकर हत्या की गई थी।
लड़की के पिता ने नरेश से 10 हजार रु. उधार लिए थे टीआई मौर्य ने बताया कि जब हमने पाया कि ये हत्यारे नहीं है, तो दादा ने अपना बयान पलट दिया। उसने दो नए लोग नरेश और उसके बेटे सौरभ का नाम लिया। पुलिस ने नरेश त्यागी की पत्नी कलावती से बात की। नरेश काफी घबराया हुआ था, इसलिए पुलिस के सामने नहीं आ रहा था। हत्या की वारदात के तीन दिन बाद 19 जून को नरेश से बातचीत हुई तो पूरा मामला साफ हुआ।
नरेश ने बताया कि कुछ साल पहले मलिश्का के पिता लाखन ने मुझसे 10 हजार रुपए उधार लिए थे। वो पैसे चुका नहीं पाया था इसलिए उसने उसके एवज में अपनी कुछ जमीन की रजिस्ट्री उसने मेरे नाम करा दी थी। उसके मन में वही बात खटक रही थी इस कारण लाखन और उसके पिता ने मेरा नाम लिया।
पुलिस के मुताबिक दादा सरनाम ने नरेश को फंसाने के लिए एक कहानी गढ़ी थी। उसने पुलिस को बताया कि नरेश के बेटे सौरभ से उसकी पोती मलिश्का का अफेयर था। वो उससे शादी करना चाह रही थी। नरेश को ये नागवार गुजरा इसलिए उसने पोती को मार डाला।

पोती की हत्या का आरोपी सिरनाम सिंह पहले पुलिस को गुमराह करता रहा।
मलिश्का के माता-पिता ने बताई सच्चाई पुलिस ने जब मलिश्का के पिता लाखन और मां से सख्ती से पूछताछ की तो वे टूट गए। उन्होंने बताया कि दादा सरनाम सिंह ने ही उनकी बेटी की हत्या की है। पिता लाखन ने बताया कि जैसे ही बेटी घर की तरफ भागी थी एक फायर उसने भी किया था। पुलिस ने जब उनसे बेटी की हत्या का कारण पूछा तो प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया। लाखन के छोटे भाई देवेंद्र का साला सूरज और मलिश्का एक दूसरे से प्यार करते थे। दोनों के संबंध दादा और पिता को पसंद नहीं थे।

सूरज ने 5 दिन से खाना नहीं खाया जब हम सूरज के गांव पहुंचे तो पता चला कि सूरज की तबीयत खराब है। मलिश्का की हत्या के बाद से ही उसने खाना पीना बंद किया है। सूरज के पिता अशोक कड़ेरा ने बताया कि पिछले तीन दिनों से बेटे की हालत खराब थी वो किसी से बात नहीं कर रहा था। लगातार समझाइश देने के बाद अब थोड़ा सुधार है।
अशोक ने कहा कि मैं इस शादी के लिए तैयार था। जब मेरा बेटा मलिश्का को भगाकर ले गया तो मेरे कहने पर ही बेटा उसे वापस लेकर आया था। उस वक्त सरनाम सिंह और लाखन ने मेरे बेटे के पैर छूकर कहा था कि हम इसे अपना दामाद मानते है। जल्द मुहूर्त निकालकर शादी कराने का भी वादा किया था। इसी के बाद मलिश्का उनके साथ चली गई थी।
अशोक ने बताया कि मेरे बेटे और मलिश्का का प्रेम संबंध 4 साल पुराना था। मेरी बेटी की लाखन के भाई से शादी तो दो साल पहले हुई थी।

सूरज बोला- मैं उससे कोर्ट मैरिज करने वाला था सूरज ने बताया कि वो और मलिश्का एक दूसरे को पिछले 4 सालों से जानते थे। एक बार वह उसे भगाकर भी ले गया था। जब उसके परिजनों ने भरोसा दिया कि हम शादी करवा देंगे तो मैं उसे वापस लाया। उन्होंने गारंटी दी थी कि वो लड़की को कुछ नहीं करेंगे। तीन महीने में शादी कराने का भरोसा दिया था।
वो तारीख आगे बढ़ाते गए लेकिन शादी नहीं कराई। वो उसकी किसी और से शादी कराने की फिराक में थे। जब उसने बात नहीं मानी तो उसकी हत्या कर दी। उसकी उम्र कम थी इसलिए कोर्ट मैरिज नहीं कर सकता था। जिस दिन वो बालिग हो जाती मैं कोर्ट मैरिज कर उसे ले जाता। आखिरी बार मेरी उससे 15 जून को बात हुई थी उसके बाद बात नहीं हुई। उसकी मौत के बारे में मुझे पुलिस से ही पता चला।

मां बोली- बेटी की हत्या हुई तो मैं बेहोश हो गई इस पूरी घटना से सबसे ज्यादा दुखी मलिश्का की मां सुआ बाई है। उन्होंने बताया कि जब ससुर ने बेटी पर गोली चलाई तो मैं घायल जैसी हो गई थी। बेटी ने मेरे सामने ही दम तोड़ दिया। मेरे पति ने तो गोली भी नहीं चलाई। हमें तो इस बात का एहसास भी नहीं था कि ऐसा कुछ हो जाएगा।
सुआ बाई ने बताया कि बेटी मलिश्का 9वीं तक पढ़ी थी। मेरे देवर के साले और मलिश्का के बीच रिश्ता है। ये उसने मुझे कभी नहीं बताया। जब बेटी घर से भागी थी तब ससुर ने समझाया था। मगर, वो इतना बड़ा कदम उठा लेंगे, ये नहीं पता था। सुआ बाई ने कहा-
मुझे दोनों के रिश्ते की कोई जानकारी नहीं थी। मैं बस यही चाहती हूं कि मेरे पति को कुछ न किया जाए। उन्हें छोड़ दिया जाए।


मलिश्का की हत्या के बाद घर में अब केवल मां और उसकी दो बहनें हैं। पति और ससुर जेल में हैं।
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दादा ने मां-पिता के सामने ही की पोती की हत्या की थी। युवती रिश्ते के मामा सूरज से प्यार करती थी। तीन साल से वह उसके कॉन्टैक्ट में थी।
मुरैना पुलिस ने बदरपुरा गांव में सोमवार (16 जून) को हुई मलिश्का कडेरा (19) की हत्या का खुलासा कर दिया है। दादा सिरनाम सिंह कडेरा ने मां-पिता के सामने ही की पोती की हत्या की थी। युवती रिश्ते के मामा सूरज से प्यार करती थी। तीन साल से वह उसके कॉन्टैक्ट में थी। पढ़ें पूरी खबर…
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