[ad_1]
Last Updated:
Business success story: सूरत की सास-बहू की जोड़ी ने लॉकडाउन में घर से मुखवास बनाना शुरू किया. आज अमेरिका-कनाडा तक इनके उत्पादों की मांग है.
सास बहू की सफलता की कहानी
सूरत के वराछा इलाके में रहने वाली सास-बहू ने यह साबित कर दिखाया है कि अगर कुछ करने की ठान ली जाए तो घर की रसोई से भी दुनिया को जीता जा सकता है. यमुना पैलेस में रहने वाली मुक्ताबेन कथीरिया और उनकी बहू आशा कथीरिया ने लॉकडाउन के समय एक अलग रास्ता चुना. जब लोग बाहर निकलने से डर रहे थे, तब इस सास-बहू ने मिलकर घर पर ही एक खास तरह का मुखवास बनाना शुरू कर दिया.
इनका मुखवास बाकी आम बाजार में मिलने वाले मुखवास से बिल्कुल अलग है. ये कलकत्ता के पत्तों के टुकड़े, जेली और ताजगी देने वाली चीज़ों को मिलाकर माउथफ्रेशनर बनाते हैं. खास बात यह है कि ये पत्ते बनारसी पान की तरह स्वाद देते हैं लेकिन इनमें पान के पत्तों की जगह कलकत्ता लीफ का उपयोग होता है. स्वाद के साथ ये स्वास्थ्यवर्धक भी हैं. आशा जी बताती हैं कि वह पूरी सफाई और शुद्धता के साथ हर दिन ताज़ा मुखवास तैयार करती हैं.
विदेशों से आने लगे ऑर्डर
शुरुआत में उन्होंने सिर्फ़ स्थानीय स्तर पर मुखवास बेचना शुरू किया था, लेकिन धीरे-धीरे इसका स्वाद इतना पसंद किया गया कि अमेरिका, कनाडा जैसे देशों से भी ऑर्डर आने लगे. आशा कहती हैं कि अब वे रोज़ाना करीब 10 से 20 किलो तक मुखवास तैयार करती हैं. वो इस काम को पूरी लगन और प्यार से करती हैं, इसलिए उनकी बनाई चीज़ों में स्वाद और शुद्धता दोनों साफ झलकती है.
मुक्ताबेन बताती हैं कि उन्होंने तीन तरह के मुखवास बनाए हैं – कलकट्टी पत्तों वाला मुखवास, तिल से बना मुखवास और बीजों से बना मुखवास. यह सब घरेलू नुस्खों पर आधारित होते हैं. इनके इस्तेमाल से न केवल मुंह की ताजगी बनी रहती है बल्कि पाचन में भी मदद मिलती है. खास बात ये है कि फ्रीजर में रखने पर इनका मुखवास छह महीने तक खराब नहीं होता.
घरेलू उद्योग बनी महिलाओं की ताकत
इस कहानी से यह बात साफ होती है कि महिलाएं आज के समय में केवल घर तक सीमित नहीं हैं. अगर उन्हें मौका और थोड़ा साथ मिल जाए तो वे बड़े से बड़ा काम कर सकती हैं. सूरत की यह सास-बहू न केवल अपने परिवार की आर्थिक मदद कर रही हैं, बल्कि कई और महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं. उन्होंने यह दिखा दिया कि एक छोटा सा आइडिया भी मेहनत और लगन से बड़ा कारोबार बन सकता है.
[ad_2]
Source link

