[ad_1]
STF ने देश के 7 राज्यों में हजारों लोगों को योर्कर एफएक्स और योर्कर केपिटल नाम की कंपनी में ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट करने का झांसा देकर ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जालसाज 6-8 प्रतिशत फिक्स मुनाफे के साथ रिटर्न देने के नाम पर 2283 करोड़ र
.
जालसाज टेलीग्राम एप पर एक दर्जन से अधिक ग्रुप बनाने के बाद अलग-अलग कंपनियों में पैसा निवेश करने का झांसा देते थे। झांसे में आए लोगों को एप पर ही कंपनी का एक लिंक दिया जाता था। जिसमें कंपनी की पॉलिसीज और इन्वेस्टमेंट और रिटर्नस की जानकारी दी होती थी। रजिस्ट्रेशन के नाम पर आरोपी महज 10 से 18 हजार रुपए प्राप्त करते थे। निवेश कराने के बाद कुछ दिन लोगों को रिटर्न देकर भरोसा जीता जाता था। कुछ समय तक लोगों को रिटर्न दिया जाता था। इसके बाद लिंक को इनएक्टिव कर दिया जाता था। टारगेटेड कस्टमर्स को अलग लिंक देकर लाखों रुपए का निवेश कराया जाता था।
जालसाज ऑनलाइन ठगी की रकम को विदेशों में ट्रांसफर कर दिया करते थे। अब तक की जांच में पुलिस को आरोपियों के खाते से 2283 करोड़ रुपए के लेन-देन हिसाब मिल चुके हैं। इसी के साथ 90 करोड़ रुपए एसटीएफ ने सीज कराए हैं, जिन्हें आरोपी विदेशी खातों में ट्रांसफर करने की तैयारी में थे। दावा किया जा रहा है कि आरोपियों से जुड़े अन्य लोगों को भी जल्द गिरफ्तार कर एक और बड़ा खुलासा किया जाएगा। फिलहाल दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।
ऐसे आरोपियों तक पहुंची पुलिस
इंदौर के रहने वाले ईशान सलूजा ने एसटीएफ को शिकायत की कि यार्कर एफएक्स और योर्कर केपिटल कंपनी में BOTBRO इन्वेस्टमेंट और फिक्स मुनाफा देने का झांसा देकर उनके साथ 20.18 लाख की ठगी की गई है। ठगी करने वाले उन्हें टेलीग्राम नाम के एप पर मिले थे। लिंक देकर रजिस्ट्रेशन के नाम पर 18 हजार रुपए लिए। बाद में दिल्ली के रहने वाले दो व्यक्ति बाय फ्लाइट इंदौर आए और बची रकम बीस लाख रुपए चेक के माध्यम से प्राप्त कर ले गए। रकम को कैश कराने के बाद उन्हें किसी प्रकार का रिटर्न नहीं दिया गया। शिकायत के आधार पर एसटीएफ थाने में एफआईआर दर्ज की गई। जांच में आरोपियों की पहचान कर दिल्ली से उन्हें गिरफ्तार किया।

आरोपियों ने पूछताछ में किया खुलासा
एआईजी पंकज कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि कंपनियों में निवेश के नाम पर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और असम के हजारों लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी की है। ठगी की रकम को राय डेंट टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, किन डेंट बिजनेस सालूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी सहित 16 अलग-अलग करंट अकाउंट में बुलाई जाती थी।
रकम BOTBRO नाम से बैंक खातों में प्राप्त की जाती, फिर मेटा-5 अकांउट में इस करम को us डॉलर दिखाया जाता। बाद में इस करेंसी को कन्वर्ट कर फॉरेक्स मार्केट में ट्रेडिंग की जाती थी। इस संबंध में प्रवर्तन निदेशालय ED एफई एमए एक्ट के तहत पहले ही जांच कर रही है।
मामले का दुबई कनेक्शन सामने आया
आरोपियों ने पूछताछ में इस बात का खुलासा भी किया है कि गिरोह के सरगना दुबई में बैठे हैं। उन्हें हर वारदात के बाद कमिशन की रकम मिला करती थी। रकम को कन्वर्ट कर दुबई भेज दिया करते थे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ संगठित अपराध की धाराओं में भी इजाफा किया है। आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग राज्यों में इसी तरह के 16 अन्य केस दर्ज हैं।
जानिए कौन हैं दोनों शातिर आरोपी
आरोपी दीपक शर्मा (46) दिल्ली का रहने वाला है। वहीं से बी.ए ग्रेजुएशन किया है। शक न हो इसके लिए एक शोरूम में जॉब करता था। ईशान सलूजा से ठगी करने फ्लाइट से इंदौर तक आया था। विदेश ट्रिप के संबंध में पुलिस जानकारी जुटा रही है।
मदन मोहन कुमार (51) दिल्ली में रहकर प्राइवेट जॉब करता है। ठग गिरोह का सक्रिय सदस्य है। बी.कॉम ग्रेजुएट होने के साथ ही फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है। हाई प्रोफाइल लाइफ स्टाइल है। विदेश ट्रिप के संबंध में पुलिस जानकारी जुटा रही है।
[ad_2]
Source link



