स्टेशनगंज क्षेत्र की सिंधी कॉलोनी में पालतू कुत्ते के हमले से महिला और उसकी नाबालिग बेटी घायल हो गईं। घटना के चार दिन बीत जाने के बावजूद थाना पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। नाराज पीड़िता ज्योति नौरिया ने एसपी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई।
जानकारी के मुताबिक ज्योति नौरिया अपने नए मकान में शिफ्ट हो रही थीं। तभी पड़ोसी सुरेंद्र यादव के पालतू कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया। शोर सुनकर आसपास के लोग आए और किसी तरह दोनों को बचाया। इसके बावजूद कुत्ते ने उनकी बेटी नंदिनी पर भी झपट्टा मारा। घायलों को नजदीकी क्लीनिक ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार किया गया। घटना के तुरंत बाद पीड़िता ने स्टेशनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई, लेकिन दो दिन बीतने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस की इस उदासीनता से नाराज पीड़िता को एसपी कार्यालय जाना पड़ा।
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इलाज का खर्च देने से मना, पहले भी कर चुका है हमला
पीड़िता ज्योति नौरिया का कहना है कि सुरेंद्र यादव ने इलाज का खर्च देने से साफ इनकार कर दिया। वह पिछले चार साल से कुत्ते को पाल रहे हैं, लेकिन पिछले छह महीनों से उसे खुला छोड़ रखा है। यह पहली बार नहीं है। यह कुत्ता पहले भी मोहल्ले के एक अन्य निवासी को काट चुका है। इसके बावजूद कोई ऐहतियात नहीं बरती जा रही।
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मोहल्लेवासियों में भी आक्रोश
घटना के बाद कॉलोनी के लोगों में भी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि पालतू जानवर पालना गलत नहीं, लेकिन उन्हें संभालना और नियंत्रण में रखना जिम्मेदारी है। इन हालातों में मोहल्ले में बच्चों और बुजुर्गों की जान खतरे में है अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ी घटना हो सकती है।