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Youth dies in custody in district jail. | हिरासत में युवक की मौत, पुलिस पर मारपीट का आरोप: मृतक की पत्नी बोली- बेरहमी से मारा, उसके कपड़े फटे थे, चोट के निशान दिखे – Chhindwara News

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छिंदवाड़ा जिला जेल में पांढुर्ना तहसील के तिगांव गांव निवासी भावराव उइके (48) की मौत ने पुलिस और आबकारी विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतक के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि भावराव की गिरफ्तारी के बाद पुलिस द्वारा मारपीट की गई,

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परिजनों के अनुसार भावराव उइके को पुलिस ने 3 जून को आबकारी एक्ट की धारा 34(2) में गिरफ्तार किया था।

सोमवार सुबह 9 बजे परिजनों को फोन आया कि भावराव को अचानक अटैक आया है। जब तक परिजन कुछ समझ पाते, तब तक उन्हें मौत की सूचना दे दी गई। मृतक की बॉडी छिंदवाड़ा जिला अस्पताल लाई गई है, जहां पोस्टमार्टम किया जा रहा है।

पत्नी का आरोप: कपड़े फटे थे, छाती पर थे चोट के निशान भावराव की पत्नी शर्मीला उइके ने बताया कि वह कुछ दिन पहले जेल में अपने पति से मिलने गई थीं। उस दौरान भावराव ने उन्हें बताया था कि पुलिस वालों ने उनके साथ बेरहमी से मारपीट की है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी शर्ट फटी हुई थी और छाती पर गहरे चोट के निशान थे। भावराव ने छाती में दर्द की भी शिकायत की थी। इसके बाद अचानक मौत की सूचना मिलने से पूरा परिवार सदमे में है।

कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं था परिजनों का कहना है कि भावराव उइके पर पहले कभी कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि आबकारी विभाग और पुलिस ने मिलकर उन पर झूठा केस बनाया। अब उनकी मौत के बाद परिवार पूरी तरह बिखर गया है।

पीछे रह गए पत्नी और तीन बच्चे भावराव के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा तीन बच्चे हैं। इनमें 18 साल का बेटा, 16 साल की बेटी और 13 साल का एक और बेटा है। अब इस परिवार की जिम्मेदारी अकेली शर्मीला उइके पर आ गई है, जो न्याय की गुहार लगा रही हैं।

निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग मृतक के परिजनों ने मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और अगर हिरासत में मारपीट की वजह से मौत हुई है तो संबंधित पुलिसकर्मियों और जिम्मेदार अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए।

जेल अधीक्षक प्रतीक जैन ने बताया कि आरोपी 4 जून को जेल में दाखिल हुआ था। आज सुबह जब लॉकअप खोला गया तो वो बेचैन नजर आया, उसको पसीना आ रहा था। इसके बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी इलाज के समय मौत हो गई

मारपीट के मामले में जेल अधीक्षक ने कहा कि जब आरोपी लाया गया था, तब ऐसी कोई स्थिति नजर नहीं आई। अगर ऐसा कुछ थाने में हुआ है तो इसके लिए हम पूरी जानकारी नहीं दे पाएंगे।

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