इंदौर से हनीमून मनाने के लिए मेघालय गए नवविवाहित कपल राजा और सोनम रघुवंशी का मामला देशभर में सुर्खियों में है। सोमवार को मामले में उस वक्त नया मोड़ गया, जब लापता पत्नी सोनम ने सरेंडर किया। दावा किया जा रहा है कि पत्नी सोनम ने ही राजा की हत्या करवाई थी। मामले में पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है। इस घटना से पूरा इंदौर स्तब्ध है।
राजा रघुवंशी हत्याकांड के खुलासे से इंदौर उसी तरह सिहर उठा है, जिस तरह 19 साल पहले सितंबर 2006 में खातीवाला टैंक क्षेत्र के सर्वोदय नगर में भूमि (ऋचा रामचंदानी) की हत्या कर उसके शव के सात टुकड़े कर कपड़े की पोटलियों में बांधकर पटेल नगर स्थित उद्यान में रख दिया गया था। इस जघन्य हत्याकांड में पति अशोक, सास धनवंतरी और ससुर जमनादास को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। मप्र हाईकोर्ट ने भी यह सजा बरकरार रखी थी। 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने भी भूमि हत्याकांड के आरोपियों की उम्र कैद की सजा को बरकरार रखा था।
ये भी पढ़ें- आखिर कौन है राज कुशवाहा, 24 घंटे में ऐसा क्या हुआ, जो सोनम को करना पड़ा सरेंडर?
राजा हत्याकांड में आगे क्या
भूमि हत्याकांड के 19 साल बाद हुए राजा हत्याकांड से अब इंदौर हैरत में है। पुलिस ने पत्नी सोनम को उप्र के गाजीपुर से हिरासत में लिया था। उसका मेडिकल कराया गया। कोर्ट ने तीन दिन के ट्रांजिट रिमांड को मंजूरी दी है। पुलिस उसे लेकर शिलांग चली गई है। इधर इंदौर से तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। उन्हें भी सात दिन के ट्रांजिट रिमांड दी गई है। एक आरोपी उप्र से तो एक अन्य आरोपी सागर जिले के बीना से गिरफ्तार किया गया है। इन्हें भी पुलिस शिलांग ले जाएगी। पूछताछ के बाद और भी खुलासे सामने आएंगे। कई सवाल अब भी हैं, जिनके जवाब पुलिस आरोपियों से लेगी।
ये भी पढ़ें- कैसे सुलझी राजा रघुवंशी की मर्डर मिस्ट्री? डीसीपी बोले- हर सुराग था संकेत
कौन-कौन पुलिस की गिरफ्त में आए?
मामले में मेघालय पुलिस ने दोपहर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम ने कहा कि गिरफ्तार किया गया पहला व्यक्ति ललितपुर का 19 वर्षीय आकाश राजपूत है। दूसरा आरोपी विशाल सिंह चौहान (उम्र 22 वर्ष) इंदौर का है। तीसरा राज सिंह कुशवाहा (उम्र 21 वर्ष) इंदौर का है। कल सोनम रघुवंशी गाजीपुर में थी। आज दोपहर हमने सागर जिले से एक और आरोपी को गिरफ्तार किया। नंदगढ़ थाने में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। तीसरी टीम सोनम रघुवंशी को गिरफ्तार करने के लिए जा रही है। इन लोगों ने 23 मई को वारदात को अंजाम दिया और तुरंत भाग निकले। उस समय हमें नहीं पता था कि यह एक हत्या है। हम उनकी तलाश कर रहे थे। हमने गुमशुदगी की रिपोर्ट देखी, लेकिन कोई नहीं मिला। शव 2 जून को ही मिला, जिसके बाद एसआईटी का गठन किया गया और जांच शुरू हुई। इन 7 दिनों में एसआईटी ने पर्याप्त सबूत जुटाए। राजा के सिर पर धारदार हथियार से वार के दो निशान थे। सोनम मुख्य आरोपियों में से एक है। शुरुआती जांच के मुताबिक, दूसरे आरोपियों ने हत्या को अंजाम दिया, लेकिन हत्या की साजिश रचने में सोनम की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। आखिर सोनम भी इतने दिनों तक अंडरग्राउंड थी। अभी यह कहना मुश्किल है कि हत्या का मकसद क्या था, लेकिन अगर हम सभी तारों को जोड़ते हैं तो पता चलता है कि राज कुशवाहा और सोनम की इसमें मिलीभगत रही होगी। राज कुशवाहा यहां नहीं था, लेकिन वह अन्य तीन आरोपियों के संपर्क में था।