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भोपाल के भीम नगर में रहने वाले युवक की गला रेतकर हत्या कर दी गई। आज सुबह 5:30 बजे पड़ोसियों ने हत्या की जानकारी पुलिस को दी। हत्याकांड को मृतक के बड़े भाई ने अंजाम दिया। दरअसल छोटे भाई ने बड़े भाई की जींस पहन ली थी। इसी बात से बड़ा भाई नाराज था। दोनों मे
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एसआई राजेश तिवारी ने बताया कि 55 वर्षीय मुन्ना गिरी भीमनगर में रहते हैं। पत्नी की मौत हो चुकी है और उनके दो बेटे हैं, बड़ा बेटा ओमकार गिरी (22) और छोटा विवेक गिरी (19) हैं। दोनों शादी पार्टियों में वेटर के तौर पर काम करते हैं। रविवार-सोमवार की दरमियानी रात करीब 1 बजे विवेक घर लौटा था। उसने बड़े भाई ओमकार गिरी की जीन्स पहनी हुई थी।
उसके घर लौटते ही विवेक ने अपने कपड़े पहनने को लेकर छोटे भाई से विवाद शुरू कर दिया। दोनों में काफी समय तक बहस हुई और बात मारपीट तक पहुंच गई। इससे गुस्सा होकर ओमकार ने अपने घर में रखे चाकू से छोटे भाई विवेक की गर्दन पर हमला कर दिया। हमले में विवेक की मौके पर ही मौत हो गई थी।

हत्या का आरोपी बड़ा भाई ओमकार गिरी।
पड़ोसी बोला सुबह 5:30 बजे घटना की जानकारी मिली
मृतक के पड़ोसी दीपक पाल ने बताया कि सुबह पांच बजे तक शव घर में ही रखा था। मृतक के पिता ने शोर मचाकर पड़ोसियों को बुलाया, तब मैं भी वहां पहुंचा। तत्काल आस पास के लोगों को विक्की भैया ने एकत्र किया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। तब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पीएम के लिए रवाना किया। दोनों भाईयों में कपड़े पहनने को लेकर विवाद हुआ था।
पिता बोले घर में लड़े फिर बाहर निकलकर भी लड़े
मृतक के पिता मुन्ना गिरी ने बताया कि दोनों बेटों के बीच कपड़ों को लेकर विवाद हुआ था। पहले घर में विवाद हुआ फिर बाहर जाकर झगड़ने लगे। इसके बाद अंदर आए और बड़े बेटे ने छोटे बेटे का गला रेत दिया।
आरोपी बोला पिता को पीटता था छोटा भाई
आरोपी ओमकार गिरी ने पुलिस को दिए बयानों में बताया कि विवेक आए दिन उसके कपड़े और जूते पहन लेता था। समझाने पर बदसलूकी करता था। पिता का भी ध्यान नहीं रखता था। उनके साथ बदसलूकी और मारपीट करता था। दोनों भाई पूर्व में कई बार एक-दूसरे की शिकायत लेकर थाने पहुंच चुके हैं।

मृतक विवेक के दोस्त और परिजन मर्चुरी परिसर में मौजूद रहे।
पिता की भूमिका की जांच जारी
पुलिस का मानना है कि हत्याकांड को रात एक बजे के आस पास अंजाम दिया गया है। चाकू मारने के बाद बड़ा बेटा घर से भाग चुका था। छोटा उनके सामने ही तड़पता रहा। काफी समय बाद उन्होंने मदद के लिए पड़ोसियों को पुकारना शुरू किया, तब तक बेटे की मौत हो चुकी थी। एसआई राजेश तिवारी ने बताया कि आरोपी शहर से बाहर भागने के प्रयास में था, उसे भोपाल स्टेशन के करीब से हिरासत में लिया है।
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