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डिंडोरी जिले में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण आहार की ढुलाई का खर्च खुद वहन करना पड़ रहा है। कार्यकर्ताओं को हर महीने परियोजना कार्यालय से पोषण आहार लेने आना पड़ता है।
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विक्रमपुर गांव की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सीमा टाडिया ने बताया कि उन्हें एक तरफ का किराया 40 रुपए देना पड़ता है। इसके अलावा प्रति बोरी 20 रुपए ऑटो चालक से भी देने पड़ते हैं। यह सारा खर्च कार्यकर्ताओं की जेब से जाता है।
महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी श्याम सिंगौर के अनुसार, जिले में समनापुर, अमरपुर, डिंडोरी, बजाग, करंजिया, मेहदवाणी और शहपुरा परियोजना में कुल 1925 आंगनवाड़ी और मिनी आंगनवाड़ी केंद्र हैं। शासन ने पोषण आहार परिवहन की दर 100 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 150 रुपए कर दी है।
विभाग ने तीन बार परिवहन के लिए टेंडर निकाला, लेकिन कोई भी ठेकेदार आगे नहीं आया। वर्तमान में कार्यकर्ताओं को सेक्टर मीटिंग के दौरान पोषण आहार ले जाने को कहा जाता है। विभाग एक बार फिर टेंडर निकाल रहा है। यदि इस बार भी कोई परिवहनकर्ता नहीं मिलता है, तो परियोजना स्तर पर स्थानीय वाहन मालिकों की मदद से पोषण आहार का परिवहन कराया जाएगा।
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