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खंडवा जिले के आदिवासी अंचल खालवा के एक गांव में निर्भया जैसी वारदात सामने आई है। यहां 45 साल की एक महिला के साथ दो दरिंदों ने पहले तो सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद निजी अंग में सरिया या अन्य वस्तु डालकर बच्चादानी बाहर निकाल दी। पीड़िता ने मौके पर ह
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पुलिस के अनुसार, शनिवार को पीड़िता की साढ़े 16 साल की बेटी ने सूचना दी कि परिचित हरि पालवी (35) के घर के अंदर उसकी मां लहूलुहान हालत में पड़ी है। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो महिला अर्धनग्न अवस्था में जमीन पर अचेत पड़ी थी। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि घटना के समय महिला के साथ सुनील धुर्वे (26) और हरि पालवी (35) मौजूद थे।
दोनों महिला के परिचित हैं। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। एएसपी खंडवा राजेश रघुवंशी के अनुसार, महिला से सामूहिक दुष्कर्म की बात सामने आई है। दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। पीएम रिपोर्ट का इंतजार है।
जमीन पर था शव, पास में पड़ी थी बच्चेदानी पुलिस मौके पर पहुंची तो महिला की मौत हो चुकी थी। शरीर पर चोट के निशान थे। निजी अंग से खून बह रहा था। बाहर बच्चादानी निकली पड़ी थी। ऐसा लग रहा था कि किसी दरिंदे ने निजी अंग में सरिए या लकड़ी जैसा कुछ डाला है। पुलिस ने बताया महिला के दो बच्चे भी हैं। दोनों आरोपी महिला के परिचित हैं। शुक्रवार को सभी एक शादी कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसके बाद पीड़िता हरि के साथ उसके घर पहुंची। यहां हरि व सुनील ने वहीं शराब पी। उसके बाद दोनों ने दरिंदगी की।
हाई कोर्ट से गर्भपात की मंजूरी मांगी तो खुलासा
3 महीने से दुष्कर्म केस दर्ज कराने भटक रही नाबालिग
धार जिले में 13 साल की नाबालिग 3 महीने से दुष्कर्म का केस दर्ज कराने के लिए भटक रही है। केस दर्ज नहीं हुआ तो परिजनों ने थक हारकर इंदौर हाई कोर्ट में गर्भपात की अनुमति के लिए याचिका लगाई। अब हाई कोर्ट ने धार एसपी से पूछा है कि अब तक एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की गई? एसपी से 26 मई तक जवाब मांगा गया है।
करीब 3 महीने पहले तिरला की तरफ जा रही 13 साल की नाबालिग का कुछ बदमाशों ने अपहरण किया। बदमाश उसे वैन में में ले गए। जब पीड़ित परिवार शिकायत लेकर तिरला थाने पहुंचा तो बताया गया कि घटना राजगढ़ क्षेत्र की है। परिवार राजगढ़ पहुंचा तो कहा गया कि घटना तिरला क्षेत्र की है।
इसके बाद परिवार दोनों थानों के चक्कर लगाता रहा। प्रताड़ित होने के बाद 26 अप्रैल को पीड़ित परिजन ने एसपी कार्यालय में शपथ पत्र के साथ शिकायत की। हालांकि फिर भी कार्रवाई नहीं हुई। इस बीच पता चला कि आलीराजपुर निवासी कमलेश अपने 8 साथियों के साथ लड़की को उठाकर गुजरात ले गया और वहां दुष्कर्म किया। फिर परिवार रिपोर्ट लिखवाने के लिए परेशान होता रहा।
केस दर्ज कराने के लिए थक हार कर उन्होंने 7 मई को सीजेएम कोर्ट में याचिका दायर की। कोर्ट के आदेश पर जब नाबालिग का मेडिकल कराया गया तो पता चला कि उसे ढाई माह का गर्भ है। इसके बाद परिजन ने गर्भपात की अनुमति के लिए हाई कोर्ट इंदौर में याचिका दायर की।
नाबालिग को खोजने की कोशिश की थी: एसपी एसडीएम कोर्ट जोबट से मामला आया था। हमने नाबालिग को खोजने की पूरी कोशिश की थी। घटनास्थल जोबट व गुजरात है। हमने जीरो पर कायमी कर केस गुजरात भेज दिया है। अब लड़की का मेडिकल इंदौर में कराया गया है। उसके बयान दर्ज कर लिए हैं। -मनोज कुमार सिंह, एसपी, धार
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