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दसवीं का विज्ञान विषय का पर्चा लीक करने के आरोपी प्रताप सिंह नरवरिया व तीन अन्य के खिलाफ दर्ज एफआईआर हाई कोर्ट ने निरस्त कर दी।
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चारों के खिलाफ तत्कालीन ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (जौरा) बीके शर्मा ने 20 मार्च 2023 को जौरा थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें आरोप लगाया कि चारों के मोबाइल से अन्य लोगों को प्रश्न पत्र व जवाब भेजे गए। हालांकि, पुलिस की लचर जांच में ये तथ्य साबित नहीं हो सके।
टीआई अमित भदौरिया व टीआई उदयभान यादव की जांच व पेपर लीक की शिकायत नहीं होने को आधार बनाकर हाई कोर्ट ने केस के चार आरोपियों के खिलाफ केस को खत्म करने का आदेश दिया। केस के एक अन्य आरोपी भूपेंद्र यादव के खिलाफ मामले की जांच जारी रहेगी।
20 मार्च 2023 : जौरा के शिक्षकों के मोबाइल में थे फॉरवर्डेड प्रश्न-पत्र और उनके जवाब
2023 का मामला… 20 मार्च 2023 को ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बीके शर्मा सेंट्रल एकेडमी जौरा निरीक्षण के लिए पहुंचे। यहां उन्हें केंद्राध्यक्ष प्रताप सिंह नरवरिया की भूमिका संदिग्ध लगी। जब ड्यूटी पर तैनात शिक्षकों गोपाल पाराशर, राकेश रावत, पवन शर्मा के मोबाइल चेक किए तो खुलासा हुआ कि उनके द्वारा प्रश्न पत्र व उनके जवाब अन्य नंबरों पर फॉर्वर्ड किए गए।
आरोपियों की दलील… पुलिस ने ऐसा कोई भी साक्ष्य नहीं जुटाया जिससे साबित हो कि पेपर आरोपियों को सौंपे गए थे। किसी ने आरोप नहीं लगाया कि छात्र को पेपर दिया। परीक्षा का आधा समय निकलने के बाद निरीक्षण किया गया था। किसी ने ये भी आरोप नहीं लगाया कि पैसे लेने के बाद उन्हें पेपर दिया गया।
इसलिए FIR निरस्त… आरोपियों से जब्त मोबाइल में पेपर की फोटो नहीं मिली। एक आरोपी भूपेंद्र यादव के फोन से पेपर की फोटो व मोबाइल चैटिंग मिली, पर पुलिस साबित नहीं कर पाई कि पेपर आरोपियों को सौंपे। किसी छात्र ने भी पेपर के बदले रुपए देने की शिकायत नहीं की।
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