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जासूस ज्योति मल्होत्रा को कौन कर रहा था फंडिंग? पुलिस के रडार पर 7 ट्रैवल कंपनियां

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Jyoti Malhotra Spy Case Latest Update: हरियाणा की व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा पर लगे जासूसी आरोपों की जांच अब उन कंपनियों तक पहुंच गई है जो उसे विदेश घुमाने का खर्च उठा रही थी. अब सवाल है कि क्या ट्रैवल की आड़ में …और पढ़ें

जासूस ज्योति को कौन कर रहा था फंडिंग? पुलिस के रडार पर 7 ट्रैवल कंपनियां

ज्योति मल्होत्रा जासूसी कांड में 7 ट्रैवल कंपनियां पुलिस के रडार पर. (फोटो Instagram)

हाइलाइट्स

  • ज्योति मल्होत्रा जासूसी कांड में गिरफ्तार.
  • 7 कंपनियां पुलिस के रडार पर.
  • विदेशी टूर के पीछे भारत विरोधी एजेंडा शक.

नई दिल्ली: हरियाणा की यूट्यूबर और ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा जासूसी कांड में गिरफ्तार हो चुकी है. उससे पूछताछ जारी है. हर दिन इस जासूसी कांड में नया खुलासा होता है. यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद सिर्फ वो नहीं बल्कि उसके ग्लैमरस इंटरनेशनल ट्रैवल्स भी जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं. 7 कंपनियां अब पुलिस के रडार पर है.

सवाल उठ रहे हैं एक ऐसी कंटेंट क्रिएटर जिसे न तो कोई मेजर ब्रांड डील मिली, न ही भारी फॉलोइंग… फिर उसे लगातार विदेशी टूर, लग्ज़री होटल्स और VIP इवेंट्स की पहुंच कैसे मिलती रही? क्या ये ट्रैवल पैकेज वाकई ‘टूरिज़्म प्रमोशन’ का हिस्सा थे या फिर किसी बड़े जासूसी नेटवर्क का मास्क?

पढ़ें- एक तरफ पाकिस्तान वाली और दूसरी ओर भारत वाली… ज्योति मल्होत्रा से ज्यादा हैरान करनी वाली है जासूस हारून की कहानी

जांच के दायरे में अब 7 कंपनियां
सूत्रों के मुताबिक हिसार पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने उन 7 कंपनियों की पहचान की है जिन्होंने ज्योति को विदेश भेजने में मदद की थी. इनसे पूछा जा रहा है:

  • क्या ये पैकेज सिर्फ ज्योति को ही दिए गए?
  • क्या इन कंपनियों को किसी तीसरे पक्ष से पैसा मिल रहा था?
  • क्या ये कंपनियां किसी सॉफ्ट स्पाइ नेटवर्क का हिस्सा थीं?

    क्यों गहराया शक?



    1. ज्योति की सोशल मीडिया मौजूदगी सीमित थी फिर भी उन्हें लगातार विदेश यात्राओं का मौका मिलता रहा.
    2. उनका कंटेंट भारत-पाकिस्तान से जुड़े मुद्दों पर अक्सर ‘नरम’ और एकतरफा नजर आया.
    3. कुछ वीडियो में पाकिस्तानी नैरेटिव को सहज रूप से बढ़ावा मिलता देखा गया.
    4. ऐसे में आशंका है कि ये ट्रैवल प्रायोजन महज भ्रम थे. इसके पीछे असली मकसद भारत विरोधी कंटेंट को बढ़ावा देना था.

अधिकारी बोले: “भारत विरोधी कोई नहीं बचेगा”
जांच में शामिल एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:

“हम सिर्फ यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कोई निर्दोष व्यक्ति न फंसे, लेकिन अगर कोई भारत विरोधी नेटवर्क से जुड़ा पाया गया, तो वह कानून से नहीं बच पाएगा.”

उठते हैं कई सवाल…

  1. क्या ज्योति को स्पॉन्सर करने वालों को उसके असली मकसद का अंदाजा था?
  2. क्या यह ट्रैवल पैकेज ‘जर्नलिज़्म’ या ‘प्रमोशन’ की आड़ में छुपी एक स्पाई रिंग थी?
  3. क्या भारत में अन्य व्लॉगर्स भी इसी नेटवर्क का हिस्सा हैं?

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Sumit Kumar

Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master’s degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, …और पढ़ें

Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master’s degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, … और पढ़ें

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