[ad_1]
पीठाधीश्वर विपिन बिहारी दास महाराज श्रीराम चरित्र का वर्णन कर रहे हैं।
रायसेन जिले से 20 किलोमीटर दूर डाबर में 51 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ और श्रीराम कथा का आयोजन चल रहा है। प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु यज्ञ स्थल की परिक्रमा करने और कथा सुनने पहुंच रहे हैं। रात 8 बजे से 12 बजे तक होने वाली कथा में पीठाधीश्वर विपिन बिहारी दास
.
बुधवार रात को कथा के दौरान उन्होंने कहा कि जीवन में राम की इच्छा से चलना चाहिए, न कि संसार की इच्छा से। कथा व्यास ने सनातन धर्म और परंपरा की रक्षा को प्रथम कर्तव्य बताया। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्राण त्यागने की स्थिति में भी पीछे नहीं हटना चाहिए। श्रीराम के जीवन से प्रेरणा लेते हुए उन्होंने बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम ने हर संकट में धैर्य रखा।

प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु यज्ञ स्थल की परिक्रमा करने और कथा सुनने पहुंच रहे हैं।
26 मई को पूर्ण आहुति
महाराज ने माता-पिता को संतान की अच्छी संगति पर ध्यान देने की सलाह दी और कहा कि जैसी संगति होगी, वैसी ही संतान की रंगत बनेगी। यह धार्मिक आयोजन 26 मई को पूर्ण आहुति और भंडारे के साथ संपन्न होगा।
देखें आयोजन की तस्वीरें




[ad_2]
Source link

