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खरगोन के आदिवासी क्षेत्र झिरन्या के किसानों ने जैविक कपास समूह के खिलाफ कलेक्टर और एसपी को शिकायत की है। किसानों ने दोपहर 4:30 बजे जिला मुख्यालय पर रैली निकाली। प्रदर्शनकारी किसानों ने तख्तियां लेकर नारेबाजी की।
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किसानों ने डिप्टी कलेक्टर पीएस अगास्या और एएसपी शकुंतला रूहल को अपनी शिकायत सौंपी। उन्होंने आरोप लगाया कि जैविक कपास समूह ने उनके निजी और खेती के दस्तावेजों का अनधिकृत इस्तेमाल किया है। 497 किसानों की शिकायत से जुड़े दस्तावेज भी अधिकारियों को सौंपे गए।
अनुमति के बिना व्यक्तिगत विवरण का इस्तेमाल किया जा रहा शिकायत में बताया गया कि किसानों की अनुमति के बिना उनकी खेती, फसल औरहै। फर्जी तरीके से जैविक किसान समूह बनाए गए। सर्टिफिकेशन बॉडी ने बिना भौतिक सत्यापन के प्रमाणीकरण कर दिया।
ट्रांजैक्शन सर्टिफिकेट से खरीद-बिक्री दिखाई गई किसानों के नाम से ट्रांजैक्शन सर्टिफिकेट बनाकर कपास सहित अन्य फसलों की खरीद-बिक्री दिखाई गई। लेकिन किसानों को आज तक कोई भुगतान नहीं किया गया। जैविक किसान समूह आईसीएस ग्रीन वर्ल्ड को ब्यूरो वेरिट्स से जैविक प्रमाणन मिला हुआ है।
किसानों को फर्जी तरीके से शामिल किया मां गंगा कॉटन के डायरेक्टर अर्पित बनकर, कल्याणी महाजन और राज रुपेश पंडित पर आरोप है कि उन्होंने सपटिया, काकरीया, घोड़ी बुजुर्ग सहित कई गांवों के किसानों को फर्जी तरीके से शामिल कर लाभ कमाया। अधिकारियों ने मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
तीन तस्वीरों में देखिए प्रदर्शन…



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