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विदिशा के टीला खेड़ी रोड स्थित जज कॉलोनी निवासी अशोक ताम्रकार ने जीवनकाल में जो संकल्प लिया था, उनके निधन के बाद परिवार ने उसे निभाया। 14 मई की रात भोपाल एम्स में उनका निधन हुआ, जिसके बाद उनका शरीर अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज को शोध कार्य के लिए दान कर द
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2018 में लिया था देहदान का संकल्प ताम्रकार ने वर्ष 2018 में सामाजिक कार्यकर्ता विकास पचौरी के ‘अंतिम सेवक मिशन’ से जुड़कर देहदान का संकल्प लिया था। उनके निधन के बाद पत्नी मीना ताम्रकार, पुत्र पराग ताम्रकार और पुत्री वैशाली शांदगुले ने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए देहदान की प्रक्रिया पूरी की।
मेडिकल छात्रों के शोध में होगा उपयोग शरीर को अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज को सौंपा गया, जहां एनाटॉमी विभाग में इसका उपयोग मेडिकल छात्रों के शैक्षणिक शोध और प्रशिक्षण के लिए किया जाएगा।
15 सालों में 27वां देहदान अंतिम सेवक मिशन के संयोजक विकास पचौरी ने बताया कि यह देहदान अभियान का 27वां संकल्पित योगदान है। वह पिछले 15 वर्षों से नेत्रदान, अंगदान और रक्तदान के लिए जनजागरूकता अभियान चला रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कलेक्टर अंशुल गुप्ता का शोक संदेश एसडीएम क्षितिज शर्मा ने पढ़ा। इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ. योगेश तिवारी, कॉलेज डीन डॉ. मनीष निगम, एनाटॉमी विभाग की डॉ. नैना वाकोड़े, डॉ. सुजाता नेताम, डॉ. ओम प्रकाश गौर, सपोर्टिंग स्टाफ राकेश परिहार और रमेश कुमार भी उपस्थित रहे।
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