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हरदा शहर की जीवनरेखा कही जाने वाली अजनाल और मटकुल नदियां प्रदूषण की चपेट में हैं। शहर से निकलने वाले पांच नालों का गंदा पानी सीधे इन नदियों में मिल रहा है, जिनमें नई सब्जी मंडी नाला, खेड़ीपुरा और जत्रा पड़ाव का नाला प्रमुख हैं।
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नगर पालिका के सीएमओ कमलेश पाटीदार ने बताया कि नदियों के शुद्धिकरण के लिए अमृत योजना के दूसरे चरण में 23 करोड़ 76 लाख रुपए की योजना तैयार की गई है। इस योजना के तहत 5 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जाएगी। दूध डेयरी के पास से गंदा पानी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में ले जाकर शुद्ध किया जाएगा। शुद्धि कृत पानी का उपयोग बगीचों और खेतों की सिंचाई में किया जाएगा।

वर्तमान में नदियों के किनारे केवल संरक्षण के नारे लिखे हुए हैं। स्थानीय नागरिक नगर पालिका की कार्यप्रणाली से नाराज हैं। नर्मदा की सहायक नदी अजनाल के प्रदूषित होने से यह जल नर्मदा तक पहुंच रहा है। योजना का प्रस्ताव प्रदेश शासन के पास विचाराधीन है। छह टेंडर प्राप्त हो चुके हैं और शासन की मंजूरी का इंतजार है।

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