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राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो।
भोपाल में लव जिहाद मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग के बाद अब राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की टीम जांच के लिए पहुंची है। जांच टीम के साथ भोपाल आए मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने कहा है कि यहां पुलिस की जांच में कई खामियां सामने आई हैं। पुलिस
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मानव अधिकार आयोग के सदस्य कानूनगो ने न्यूज एजेंसी को दिए बयान में कहा है कि भोपाल में कॉलेजों में रैगिंग के नाम पर भय बनाकर हिन्दू लड़कियों को टारगेट कर सेक्सुअली अब्यूज किया जा रहा था। वीडियोग्राफी की जा रही थी और नशे का सामान दिया जा रहा था। वीडियो ग्राफी के आधार पर इस्लाम में धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया जा रहा था। यह शिकायत मानव अधिकार आयोग को मिली थी। इसकी जांच के लिए टीम को भेजा है। टीम भोपाल पहुंच गई है और दो दिनों तक जांच करेगी।
ड्राइवर के बेटे के पास कहां से आई तीन लाख की बाइक, पुलिस ने गाड़ी जब्त क्यों नहीं की
कानूनगो ने कहा कि अभी तक सात से आठ पीड़ित बच्चियां सामने आई हैं। उनका मानना है कि यह आंकड़ा दो दर्जन से अधिक हो सकता है। जिनको प्रताड़ना मिली है वह या उनके कोई परिचित भी मानव अधिकार आयोग को मिलकर पूरे मामले की जानकारी दे सकते हैं। कोई गोपनीय रूप से बताना चाहता है तो मिलकर बता सकता है। कोई सजग नागरिक बताना चाहते हैं तो बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच की दिशा में सुधार अपेक्षित है। फर्स्ट ईयर व सेकेंड ईयर की लड़कियों को फंसाने के लिए बाइक का इस्तेमाल किया गया। एक आरोपी जो ड्राइवर का बेटा बताया जा रहा है, वह कम उम्र की लड़कियों को साधने के लिए महंगी बाइक का इस्तेमाल करता है। तीन लाख रुपए से महंगी ये बाइक जब्त नहीं हुई है। ये बाइक कहां से आई। क्या ये हवाला के पैसे से खरीदी गई, या फिर मनी लान्ड्रिंग से। इसकी भी रिपोर्ट आयोग जुटाएगा।
क्लब 90 को तोड़ने पर भी उठाए सवाल
कानूनगो ने कहा कि राज्य सरकार को क्लब 90 जैसे अड्डे खोलने से रोकना चाहिए। पता चला है कि सरकार ने ही ठेका देकर ऐसी व्यवस्था बनाई थी। क्योंकि सरकार को रेवेन्यू मिल रहा है, इसलिए ऐसा किया गया है। यह नशाखोरी का अड्डा है, यहां तालाब है। पता चला है कि जिसके नाम का ठेका है, उसका उस पर कंट्रोल नहीं है। शारिक नाम का व्यक्ति कंट्रोल कर रहा है। यह भी पता चला है कि महेंद्र नाम का व्यक्ति बच्चों के एडमिशन कराने के नाम पर दलाली कर रहा है। यहां दलालों के नेटवर्क की जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से अपराध का अड्डा चल रहा था। गांजे का खुलेआम सेवन चल रहा था। पांच सौ मीटर दूर थाना है और पुलिस को पता नहीं कि व्यभिचार का अड्डा बना हुआ था। कानूनगो ने क्लब में तोड़फोड़ की कार्रवाई को लेकर यह भी कहा कि अगर बिना फोरेंसिक एविडेंस के छह कमरे तोड़े गए होंगे तो पुलिस के खिलाफ गंभीर किस्म की कार्यवाही के लिए लिखेंगे।
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