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बड़वानी में भारत-पाकिस्तान सीजफायर के तीन दिन बाद जिला प्रशासन ने नगर पालिका कार्यालय में लगे सायरन की टेस्टिंग की। 12 मई को शाम 7 बजे तीन मिनट तक सायरन बजाया गया।
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नगर पालिका सीएमओ सोनाली शर्मा के अनुसार, सीमा पर तनाव की स्थिति में ब्लैकआउट की सूचना देने के लिए यह टेस्टिंग की गई। अपर कलेक्टर केके मालवीय ने बताया कि सायरन आपात स्थिति की सूचना देने के लिए बजाया जाता है।
जब पूरा गया कि ये तो शहर के लिए सायरन सिस्टम लगा है। ग्रामीण इलाकों के लिए क्या प्लान है। इस पर अपर कलेक्टर बोले- ग्रामीण इलाकों में अलर्ट के लिए उच्च अधिकारियों से जैसे निर्देश मिलेंगे वैसा कार्य किया जाएगा।
शहर में कई जगह नहीं पहुंची सायरन की आवाज
सायरन की आवाज नगर पालिका कार्यालय के आसपास के क्षेत्र तक ही सीमित रही। शहर के अधिकांश हिस्सों में यह सुनाई नहीं दी। इसका मुख्य कारण नगर पालिका कार्यालय का शहर से बाहर होना था।

टेस्टिंग के दौरान अपर कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार और एसडीओपी मौजूद रहे।
सायरन की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोग अपने परिवार के सदस्यों को फोन कर घर बुलाने लगे। वहीं कुछ लोग प्रशासन की इस कार्रवाई पर व्यंग्य करते नजर आए।
सायरन की टेस्टिंग शहर के बीच में होनी थी
विशेषज्ञों का मानना है कि सायरन की टेस्टिंग शहर के मध्य में होनी चाहिए थी। नगर पालिका कार्यालय की छत पर रखे सायरन से पूरे शहर को सतर्क करने का उद्देश्य पूरा नहीं हो सका।
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