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पुलिस ने बैनर-पोस्टर जब्त कर जांच शुरू कर दी है। अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज भी कर लिया है।
बालाघाट में आदिवासी तीन बच्चियों और एक युवती के साथ हुई दुष्कर्म की घटना पर नक्सली संगठन ने प्रतिक्रिया दी है। गोंदिया-राजनांदगाव-बालाघाट डिवीजन कमेटी के नक्सलियों ने रूपझर थाना क्षेत्र के सोनगुड्डा के कासर नाला और लाल घाटी के पास बैनर और पोस्टर लगाए
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पुलिस ने गुरुवार को इन बैनर और पर्चों को बरामद कर लिया है। नक्सलियों ने इनमें घटना की निंदा करते हुए आदिवासियों से न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रखने को कहा है। साथ ही हिंदुवादी संगठनों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां भी की हैं।
इस मामले में पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आदिवासी समाज इस घटना को लेकर लगातार आंदोलन कर रहा है। 7 मई को मुख्यालय में आदिवासी समाज ने एक बड़ी रैली भी निकाली।
वीएचपी ने कहा- नक्सली समाज में वैमनस्य फैलाने चाहते
विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष लालू चावड़ा ने नक्सलियों की इस कार्रवाई की निंदा की है। उन्होंने कहा कि नक्सली इस दुखद घटना का इस्तेमाल समाज में वैमनस्य फैलाने के लिए कर रहे हैं।
विहिप पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन और समाज के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि विहिप एक संस्कार आधारित संगठन है जो राष्ट्र निर्माण में समर्पित है और समाज को जोड़ने का काम करता है।
बैहर एएसपी आदर्शकांत शुक्ला ने बताया कि नक्सलियों के बैनर, पर्चे बरामद कर, उनकी जांच की जा रही है। मामले में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया जा रहा है।
तीन तस्वीरों में देखिए नक्सलियों के बैनर-पोस्टर

रूपझर थाना क्षेत्र में लगे बैनर में जनता से लामबंद होने कहा गया है।

लगाए गए पोस्टर में आरएसएस और बजरंग दल की निंदा की है।

ये पत्र भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने जारी किया है।
23 अप्रैल को 3 नाबालिग लड़कियों और एक युवती रेप हुआ था
23 अप्रैल की रात लगभग डेढ़ से दो बजे के बीच आदिवासी तीन नाबालिग और युवती के साथ सात आरोपियों ने सामूहिक रेप की घटना को अंजाम दिया था, जब वह सभी विवाह समारोह से शामिल होने के बाद अपने घर जा रही थी।
जिसमें दो दिनों तक पहले तो ग्राम में ही बैठक कर मामले को दबाने का प्रयास किया गया। लेकिन पीड़िता बालिग युवती के कानूनी कार्रवाई कहे जाने के बाद 25 अप्रैल को मामले में एफआईआर हट्टा थाना में दर्ज की गई थी।
जिसमें पुलिस ने आरोपी लोकेश मात्रे, लालचंद खरे, अजेन्द्र बाहे, अज्जु बगडते, राजेन्द्र कावरे, मानिराम बाहे और इंग्लेश पिता संतोष मात्रे को गिरफ्तार कर लिया था।
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