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बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के विधि एवं शोध विभाग के छात्रों ने बीएनएसएस रील प्रतियोगिता में बड़ी सफलता हासिल की है। केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी (सीएपीटी), भोपाल द्वारा आयोजित ऑडियो/वीडियो रील प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के छात्रों ने टॉप पांच में
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सीएपीटी द्वारा यह प्रतियोगिता बीएनएसएस (भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता) जैसे जटिल कानूनी विषयों पर छात्रों को जागरूक करने और उनकी प्रस्तुतीकरण क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। इसमें छात्रों को 3-5 मिनट की वीडियो रील बनाकर विभिन्न धाराओं और कानूनी प्रक्रियाओं को सरल भाषा में समझाना था। प्रतियोगिता में कुल 27 रील्स जमा हुईं, जिनमें से टॉप 5 का चयन सीएपीटी के अधिकारियों ने किया। आश्चर्यजनक रूप से, टॉप 4 रैंक पर बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के विधि छात्रों ने कब्जा किया, जिससे उनकी अकादमिक गुणवत्ता और कानूनी समझ का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
अव्वल रहीं एश्वर्या और निकिता एश्वर्या और निकिता की जोड़ी ने कम्युनिटी सर्विस (बीएनएसएस धारा 4) विषय पर 4.01 मिनट की प्रभावशाली रील बनाई। उन्होंने बताया कि कैसे समाज सेवा कानून व्यवस्था को मजबूत कर सकती है। इस रील ने उन्हें प्रतियोगिता में पहला स्थान दिलाया।
जीरो एफआईआर पर दमदार प्रस्तुति आदित्य और साक्षी की टीम ने बीएनएसएस की धारा 173 के तहत जीरो एफआईआर की अवधारणा को बखूबी समझाया। 4.27 मिनट की इस रील में आपातकालीन परिस्थितियों में एफआईआर की प्रक्रिया को सरल भाषा में दर्शाया गया।
हैंड कफिंग पर कानूनी समझ की पेश खुशबू शर्मा और हर्षिता शर्मा ने बीएनएसएस धारा 43(3) के तहत हैंड कफिंग से जुड़े कानूनी और मानवीय पहलुओं को 4.02 मिनट की रील में सरल तरीके से प्रस्तुत किया। उनकी प्रस्तुति ने दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर दिया।
गौरव और सुधांशु ने समझाया जमानत का हक गौरव और सुधांशु की जोड़ी ने बीएनएसएस की धाराओं 478 से 496 के अंतर्गत ज़मानत के प्रावधानों को 4.55 मिनट की रील में बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि कैसे जमानत प्रणाली न्याय व्यवस्था की रीढ़ है।
सीएपीटी और एडीपीओ छात्रों ने बनाई रील पांचवां स्थान आकाश और जागृति (सीएपीटी, एडीपीओ कोर्स) की टीम ने हासिल किया। उनकी रील बीएनएसएस में आए बदलावों पर केंद्रित थी, जिसमें उन्होंने कई धाराओं जैसे 63, 111, 113, 152, 226, 304 को शामिल कर, 3.32 मिनट में कानूनी प्रक्रिया को दर्शाया।
विभागाध्यक्ष और कुलपति की सराहना बीयू के लॉ विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. मोना पुरोहित ने बताया कि ये छात्र अब दिल्ली में आयोजित होने वाली ऑल इंडिया पुलिस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस. के. जैन ने सभी विजेता छात्रों को बधाई दी और उन्हें समाज सेवा के क्षेत्र में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया। यह सफलता सिर्फ एक प्रतियोगिता की जीत नहीं, बल्कि यह कानूनी शिक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी के बीच के सेतु का प्रतीक है।
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