छतरपुर। जिले की महाराजपुर तहसील में एक दिव्यांग और आर्थिक रूप से कमजोर महिला के साथ कथित रूप से की गई अभद्रता का मामला सामने आया है। पीड़ित महिला रचना पाठक, जो ग्राम मटौंधा चौबन की निवासी हैं, ने आरोप लगाया है कि वह अपनी फरियाद लेकर तहसील कार्यालय पहुंची थीं, लेकिन उनकी बात न सुनी गई और तहसीलदार के कहने पर चौकीदार ने उन्हें ऑफिस से बाहर निकाल दिया।
रचना पाठक का कहना है कि उनका पीएम आवास स्वीकृत हो चुका है, लेकिन पारिवारिक विवाद के चलते उन्हें घर से निकाल दिया गया और उनके परिजनों ने धोखे से मकान और ज़मीन अपने नाम रजिस्ट्री करा ली। उन्होंने बताया कि उनका पति अनपढ़ और सीधा-साधा है, जिसका नाजायज फायदा उठाकर उनके हिस्से की जमीन भी बेच दी गई।
महिला ने प्रशासनिक अधिकारियों पर अनदेखी के आरोप लगाते हुए कहा कि वह बीते एक महीने से लगातार थाना, तहसील, एसडीएम और कलेक्टर कार्यालय के चक्कर काट रही हैं, लेकिन कहीं भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने आरोप लगाया कि तहसीलदार अनिल तलैया ने चौकीदार को इशारा कर उन्हें बाहर निकलवाया और अभद्रता की गई।
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महिला ने बताया कि वह इतनी गरीब हैं कि किराये तक के पैसे नहीं होते, लेकिन फिर भी न्याय के लिए लगातार दर-दर भटक रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब तहसील जाती हैं तो गाली देकर थाने भेज दिया जाता है, और जब थाने जाती हैं तो फिर गालियां देकर तहसील भेज दिया जाता है। जब मीडिया ने इस मामले में तहसीलदार अनिल तलैया से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
सीएम हेल्पलाइन में शिकायत, दबाव डालकर वापिस लेने का आरोप
पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने पुलिस के माध्यम से सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई तो पुलिस द्वारा उस पर ही मुकदमा दर्ज करने का दबाव बनाया गया, ताकि वह शिकायत वापस ले लें। इस रवैये से क्षेत्र की जनता में नाराजगी देखी जा रही है। महिला ने मीडिया के माध्यम से शासन और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है। वहीं, जब इस मामले में नोगांव के एसडीएम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह मामले की जानकारी लेकर जांच कराएंगे और संबंधित कार्रवाई की जाएगी।