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गर्मी का यह ट्रेंड; 11 साल में 6 बार पारा 45 डिग्री पार पहुंच चुका, 9 साल पहले 47 डिग्री के करीब पहुंचा था
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गुरुवार से मई की शुरुआत हो गई। सीजन में इसी महीने सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है। इस महीने में प्री मानसून गतिविधि(बादल, गरज चमक, बूंदाबांदी )भी बढ़ जाती है।
क्लाइमेटिक फीचर्स और रिकॉर्ड के मुताबिक मई में तेज गर्मी के साथ बादल, बूंदाबांदी और बारिश होती ही है। इस बार भी मई में ऐसे ही मिले-जुले मौसम की संभावना है। महीने भर में मौसम दो रूप दिखाएगा। अलग अलग दिनों में भीषण गर्मी और बादल, बारिश दोनों रंग नजर आएंगे।
मई गर्मी का यह ट्रेंड है कि 11 साल में 6 बार पारा 45 डिग्री पार और एक बार ही 46 डिग्री पार पहुंच सका। 9 साल पहले 2016 में पारा 47 डिग्री के करीब पहुंच चुका है। सिर्फ 2021 ही ऐसा साल रहा जब पूरे महीने में पारा एक बार भी 43 डिग्री तक नहीं पहुंच सका। वर्ष 2000 में मई में सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड है। उस समय 112.2 मिमी बारिश हुई थी।

मई में कब-कैसे मौसम की संभावना
- पहला हफ्ता: चार-पांच दिन तेज हवा चलने, बादल छाने और बूंदाबांदी की संभावना। रात का तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की संभावना है। पारा 42 तक पहुंच सकता है।
- दूसरा हफ्ता: गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। तेज हवा चल सकती है। एक या दो दिन तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है। ज्यादा बदलाव नहीं होगा।
- तीसरा हफ्ता: दिन के तापमान में बढ़ोतरी शुरू हो सकती है। 1 या 2 दिन पारा 43 या उसके आसपास हो सकता है। रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक इजाफे की संभावना।
- चौथा हफ्ता: इसी हफ्ते सबसे ज्यादा तापमान होता है। इस बार कुछ बदलाव के आसार हैं। एक या दो दिन तापमान 43, 44 डिग्री तक या उसके आसपास पहुंच सकता है।
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