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सिविल लाइन थाना प्रभारी रितेश पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-6 के बाहर माल गोदाम के पास पुलिस पेट्रोलिंग के दौरान एक विदेशी नागरिक संदिग्ध स्थिति में घूमता मिला। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की और पासपोर्ट की जांच की, तो उसने अपना नाम इग्वे पैट्रिक निवासी नाइजीरिया बताया।
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पुलिस ने संदेह के आधार पर इग्वे पैट्रिक के बैग की तलाशी ली, जिसमें उन्हें 500-500 रुपये के नोटों की 19 गड्डियां और 200 रुपये के नोटों सहित कुल 10 लाख रुपये की नकद राशि बरामद हुई। जब पुलिस ने पूछताछ की कि इतनी बड़ी राशि कहां से और क्यों लाई गई है, तो इग्वे ने बताया कि वह यह पैसा मनी एक्सचेंज के माध्यम से लाया है और यह राशि उसकी अपनी है।
हालांकि, रकम के स्रोत और दस्तावेजी प्रमाण के संबंध में जब बारीकी से पूछताछ की गई, तो वह पुलिस को संतोषजनक उत्तर नहीं दे सका और ना ही कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत कर पाया। इस पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 106 बीएनएस के तहत नकद राशि को जब्त कर लिया और आयकर विभाग को इसकी सूचना दी।
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थाना प्रभारी ने बताया कि इग्वे पैट्रिक ने जांच में पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया, जिसके बाद आवश्यक दस्तावेजी प्रक्रिया पूरी कर उसे छोड़ा गया है। मामले की जांच आयकर विभाग द्वारा की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बरामद रकम अवैध नहीं है और इसे भारत में वैध रूप से लाया गया है।
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