[ad_1]
बालाघाट जिले के हट्टा पुलिस थाना अंतर्गत दुगलई-भगतपुर मार्ग पर तीन नाबालिग बच्चियों सहित चार आदिवासी बालिकाओं के साथ दुष्कर्म के सात आरोपियों का पुलिस रिमांड मंगलवार को समाप्त हो रहा है। पुलिस आज सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश करेगी। आरोपी की तरफ से मामले को रफा-दफा करने के लिए पीड़ित पक्ष पर दबाव बनाया जा रहा है। पीड़ित पक्ष को रुपये का प्रलोभन तथा धमकी दी जा रही है। पीड़ितों को विवाह समारोह में नाचते देखने के बाद आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया था।
गौरतलब है कि 23 अप्रैल की रात को विवाह समारोह में शामिल होने के बाद देर रात लगभग एक बजे आदिवासी समाज की बच्चियां अपने चाचा के साथ पैदल गांव लौट रही थीं। रास्ते में मोटरसाइकिल सवार होकर आए सात युवकों ने चाचा को डरा धमकाकर भगा दिया। इसके बाद तीन नाबालिग सहित चार बहनों से इन सभी आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। इस दौरान आरोपी नौ साल की बच्ची भी थी, जिसे आरोपियों ने पास में बैठा दिया था।
घटना के अगले दिन सामाजिक पंचायत बुलाई गई थी। इस दौरान आरोपी पक्ष की तरफ से मामले को रफा-दफा करने पीड़ित परिवार को सात लाख रुपये का प्रलोभन भी दिया गया था। पंचायत में पीड़ित बच्चियों ने आरोपियों की घिनौनी करतूत बताते हुए उन्हें फांसी देने की मांग की थी। घटना की जानकारी सामाजिक कार्यकर्ताओं को मिलने पर उन्होंने 25 अप्रैल की दोपहर को थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
ये भी पढ़ें- रेलवे ट्रैक पर मिला छात्रा का शव, हादसा या आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस
थाना प्रभारी अविनाश राठौर ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान जानकारी दी है कि शादी समारोह में वह भी शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने बालिकाओं को शादी में नाचते-गाते देखा था। इसके बाद जब बालिकाएं अपने गांव की तरफ जाते हुए देखा तो आरोपियों ने मोटरसाइकिल से उनका पीछा किया। गांव के बाहर जंगल के रास्ते में सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। लोकेश मात्रे, लालचंद खरे, अजेन्द्र बाहे, अज्जू उर्फ बगडते, राजेंद्र कावरे, मनीराम बाहे, इंगलेश मात्रे सभी ग्राम भगतपुर से है। इंगलेश मात्रे को पहले नाबालिग बताया जा रहा था, लेकिन पुलिस द्वारा उसके दस्तावेजों की जांच की गई तो वह बालिग निकला। पुलिस ने पूछताछ के लिए आरोपियों को दो दिनों के रिमांड पर लिया था। रिमांड मंगलवार को समाप्त हो रहा है और उन्हें आज न्यायालय में पेश किया जाएगा।
ये भी पढ़ें- चार आदिवासी लड़कियों से गैंगरेप, सात आरोपी गिरफ्तार; शादी में गईं थीं पीड़िता…लौटते समय घटी घटना
एफएसएल की टीम ने गत दिवस घटना स्थल का निरीक्षण किया और मौके से पीड़िताओं की टूटी चूड़ियां, कान की बाली और अन्य सामग्री जब्त की। रविवार को ही आरोपियों के पक्ष से लगभग 50 लोग पीड़िताओं के परिजनों से मिलने पहुंचे थे। उनका कहना था कि एक बार माफ कर दो दोबारा गलती नही करेंगे। इस बात को लेकर गांव में नाराजगी देखी गई। विधायक अनुभा मुंजारे भी पीड़ित परिवारों से मिलने उनके गांव पहुंची थीं, उन्होने परिजनों से कहा कि वे किसी से डरें नहीं वे उनके साथ खड़ी हैं। उन्होंने हरसंभव मदद का भरोसा पीड़ित परिवार को दिलाया है।
[ad_2]
Source link



