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सतना में साइबर फ्रॉड के गिरोह से जुड़े आरोप में गिरफ्तार हुए इंडस इंड बैंक के मैनेजर ने रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 42 वर्षीय मेदनीपाल चतुर्वेदी ने दुपट्टे का फंदा बनाकर कमरे में आत्महत्या की। सुबह परिजनों न
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सतना में साइबर फ्रॉड के गिरोह से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार एक निजी बैंक के मैनेजर ने रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना की जानकारी सोमवार सुबह हुई, जब परिजनों ने उसे कमरे में फंदे पर लटका देखा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू कर दी है।
4 माह पहले साइबर फ्रॉड में हुआ था गिरफ्तार
मेदनीपाल चतुर्वेदी को एसटीएफ जबलपुर ने जनवरी में साइबर फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट गिरोह के साथ मिलकर फर्जी बैंक खाते खोलने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसके साथ इस नेटवर्क से जुड़े 11 अन्य आरोपियों को भी पकड़ा गया था। चतुर्वेदी पर आरोप था कि वह गिरोह के सदस्यों के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खाते खोलकर उनके जरिए अवैध लेनदेन में मदद कर रहा था।
जमानत के बाद लौटा था घर
गिरफ्तारी के बाद मेदनीपाल को काफी समय तक जबलपुर जेल में रखा गया था। हाल ही में उसे अदालत से जमानत मिली थी और वह घर लौटा था। परिजनों के मुताबिक, वह रिहाई के बाद से मानसिक तनाव में था, लेकिन किसी ने उसके इस कदम की आशंका नहीं जताई थी।
पुलिस जांच में जुटी
थाना प्रभारी ने बताया कि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। फिलहाल परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और खुदकुशी के पीछे के कारणों की गहन जांच की जा रही है। पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि क्या साइबर फ्रॉड मामले के चलते मानसिक दबाव में आकर उसने यह कदम उठाया।
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