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बालाघाट में अंजुमन इस्लामिया कमेटी के नेतृत्व में मुस्लिम समाज ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। श्रीनगर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई।
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मुस्लिम जमात के प्रतिनिधि युनुस खान ने कहा कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता। उन्होंने पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के बयान की आलोचना की, जिन्होंने आतंकियों को धर्म से जोड़ा था। खान ने कहा कि यह पाकिस्तान की सोच है जो हिंदू-मुस्लिम में विवाद पैदा करना चाहती है।

घायल पर्यटकों को अस्पताल पहुंचाने और हमले में मरने वालों में मुस्लिम भी शामिल थे। मुस्लिम समाज ने आतंकियों को फांसी की सजा की मांग की। समाज ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
भाजपा कार्यालय में केबिनेट मंत्री संपत्तिया उईके ने घटना में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सुरक्षा में हुई चूक को स्वीकार किया। मंत्री ने कहा कि धारा 370 हटने के बाद कश्मीर में भाईचारे का माहौल था। प्रधानमंत्री के विदेश दौरे के बाद आतंकियों ने यह हमला किया।
घटना के बाद प्रधानमंत्री ने अपना विदेश दौरा रद्द कर दिया। गृह मंत्री अमित शाह तुरंत कश्मीर पहुंचे। यह पहली बार हुआ जब आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को निशाना बनाया।
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