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उज्जैन में वैशाख मास की दशमी से अमावस्या तक चलने वाली पंचकोशी यात्रा 23 अप्रैल से शुरू होगी, जो 27 अप्रैल तक चलेगी। परंपरागत रूप से ग्रामीण श्रद्धालु एक दिन पहले यानी 22 अप्रैल से ही यात्रा की शुरुआत कर देंगे।
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यात्रा की शुरुआत पटनी बाजार स्थित श्री नागचंद्रेश्वर महादेव मंदिर से होती है। यहां श्रद्धालु पहले दर्शन कर आध्यात्मिक बल प्राप्त करते हैं, फिर परिक्रमा पर निकलते हैं। यात्रा पूर्ण होने पर श्रद्धालु नारियल और मिट्टी के घोड़े चढ़ाकर धन्यवाद स्वरूप बल लौटाते हैं।
पंचकोशी यात्रा में श्रद्धालुओं को करीब 118 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है। यह यात्रा उज्जैन नगरी की परिक्रमा मानी जाती है। रास्ते में चार प्रमुख शिव मंदिरों- पिंगलेश्वर, कायावर्णेश्वर, बिलकेश्वर और दुर्वेश्वर के दर्शन होते हैं, जो चारों दिशाओं में स्थित हैं।
नागचंद्रेश्वर मंदिर के पुजारी राजेश गुरु के अनुसार यह यात्रा अनादिकाल से चली आ रही परंपरा है। प्रशासन द्वारा सभी पड़ावों और मंदिरों पर आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ग्रामीण अंचलों से श्रद्धालु उज्जैन पहुंचना शुरू कर चुके हैं।

प्रशासन द्वारा सभी पड़ावों और मंदिरों पर आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं।
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