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आईपीएस अंकित सोनी गुना के एसपी होंगे। संजीव कुमार सिन्हा को शनिवार पीएचक्यू भेजा गया है। इसका आदेश देर रात जारी हुआ। 2017 बैच के आईपीएस अंकित पुलिस उपायुक्त (आसूचना एवं सुरक्षा) नगरीय पुलिस, इंदौर के रूप में पदस्थ थे।
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12 अप्रैल को हनुमान जयंती के दिन कर्नलगंज में विवाद की स्थिति बनी थी। मस्जिद के सामने जुलूस के दौरान दो पक्षों में विवाद हुआ और इसके बाद पत्थरबाजी की घटना की बात सामने आई थी। घटना वाले दिन गुना एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने कहा था कि उन्होंने सीसीटीवी में देखा था, पत्थरबाजी की घटना नहीं हुई है। उनके इस बयान से हिंदूवादी संगठन जरूर नाराज थे। माना जा रहा है कि इसी घटना के कारण उनको पीएचक्यू भेजा गया है।

हनुमान जयंती पर मस्जिद से पथराव के वीडियो सामने आए थे।
दो बातों की वजह से तबादले की संभावना
पहला: विवाद के बाद का बयान हनुमान जयंती वाली रात हुई घटना के बाद एसपी सिन्हा ने कहा था कि वो जुलूस वहां से निकल रहा था, जिसकी कोई परमिशन नहीं ली गई थी। एसडीएम से बात हुई थी, उन्होंने बताया कि परमिशन नहीं ली गई और जबरन वहां से निकाला जा रहा था। एक खास समुदाय के धार्मिक स्थल के पास रुक कर नारेबाजी की गई, जिससे दोनों पक्षों के बीच में विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। मैं खुद सीसीटीवी कैमरे पर उस समय देख रहा था, पथराव जैसी ऐसी कोई बात नहीं है।

आईपीएस अंकित सोनी को गुना एसपी बनाया गया है।
दूसरा: हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं पर FIR घटना के दो दिन बाद हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज की गई थी। यह एफआईआर कोतवाली में पदस्थ एएसआई महेश लकड़ा की शिकायत पर दर्ज की गई थी। इसमें भाजपा पार्षद ओमप्रकाश कुशवाह सहित चार नामजद और 15- 20 अन्य को आरोपी बनाया गया था। इसमें ओमप्रकाश कुशवाह और उसके साथियों के द्वारा भी पत्थरबाजी की बात लिखी थी। बताया गया कि इसकी जानकारी प्रदेश संगठन तक पहुंची थी। इसके बाद एक्शन लिया गया।
यह खबर भी पढ़ें हनुमान जयंती के जुलूस पर पथराव गुना के कर्नलगंज में निकल रहे हनुमान जयंती के जुलूस पर पत्थर फेंका गया। इसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया। जुलूस के साथ वाले लोगों ने हनुमान चौराहे पर आकर चक्काजाम शुरू कर दिया। हालांकि, प्रशासन ने उन्हें वहां से हटा दिया। पूरी खबर पढ़ें
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