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इन दिनों पूरे देश में आईपीएल चल रहा है. आईपीएल के हर मैच में स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा नजर आता है, क्योंकि ये एक ऐसा टूर्नामेंट है जिसमें दुनियाभर के बेहतरीन खिलाड़ियों को मिलाकर टीमें बनाई जाती हैं. कुछ ऐसा ही हाल फिल्म ‘जाट’ का भी है, जो दर्शकों को जरूर पसंद आएगी, जहां साउथ और बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री ने मिलकर एक बेहतरीन फिल्म बनाई है. फिल्म के डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, म्यूजिक डायरेक्टर और कहानी जरूर साउथ के हैं, लेकिन फिल्म में लीड एक्टर्स बॉलीवुड के हैं.
‘पुष्पा’ जैसी फिल्म बनाने वाली फिल्म निर्माण कंपनी माइथ्री मूवी मेकर्स ने ‘जाट’ जैसी फिल्म बनाकर एक बार फिर साबित कर दिया है कि उनके पास ऑरिजनल कंटेंट की कोई कमी नहीं है. ‘जाट’ बिल्कुल नई और फ्रेश कहानी है, जो दर्शकों को अपनी ओर खींचने में सफल होगी. इस फिल्म का निर्माण माइथ्री मूवी मेकर्स ने पीपल मीडिया फैक्ट्री और जी स्टूडियोज के साथ मिलकर किया है. अगर किसी एक भारतीय दर्शकों से पूछा जाए कि वे किस तरह की फिल्म देखना पसंद करेंगे, तो उनका जवाब होगा, ऐसी फिल्म जिसमें दमदार कहानी हो…अच्छे कलाकार हों और ‘जाट’ इस पर खरी उतरती है. अगर आप भी ‘जाट’ देखने का प्लान बना रहे हैं तो पहले जान लें कि यह फिल्म कैसी है?
कहानी:
फिल्म की कहानी आंध्र प्रदेश के एक गांव की है, जिस पर खतरनाक गुंडे राणातुंगा (रणदीप हुड्डा) का राज है. इसमें उसका भाई सोमुलु (विनीत कुमार सिंह) भी शामिल है. गांव के लोग राणातुंगा से काफी परेशान हैं. उस इलाके की पुलिस भी राणातुंगा से डरती है. कोई भी उसके खिलाफ आवाज नहीं उठा सकता और जो उठाता है, उसे राणातुंगा के हाथों मरना पड़ता है. इसी बीच राष्ट्रपति वसुंधरा (राम्या कृष्णन) को खून से लथपथ एक छोटी बच्ची का पत्र मिलता है, जिसमें लिखा होता है कि उसके गांव को राणातुंगा से बचाया जाए, नहीं तो उस गांव में कोई भी जिंदा नहीं बचेगा.
पत्र पढ़ने के बाद राष्ट्रपति तुरंत इस केस को सीबीआई ऑफिसर सत्यमूर्ति (जगपति बाबू) को सौंप देती हैं और उन्हें जल्द से जल्द इस पर अपडेट देने का आदेश देती हैं. इसी बीच एक जाट बलदेव प्रसाद सिंह (सनी देओल) उस गांव में प्रवेश करता है, जिसके बाद बलदेव सिर्फ एक सॉरी के लिए उस गांव में उत्पात मचाना शुरू कर देता है. फिर गांव वालों को उससे काफी उम्मीदें होती हैं. ये बलदेव प्रसाद सिंह कौन है? क्या वह राणातुंगा के वर्चस्व को खत्म कर पाएगा? यह सब जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी, जिसके लिए आपको सिनेमाघरों की ओर रुख करना होगा.
एक्टिंग:
फिल्म में साउथ और बॉलीवुड के कलाकारों की भरमार है. सबसे पहले बात करते हैं सनी देओल की. ‘गदर 2’ के बाद सनी देओल बिल्कुल नए अवतार में नजर आए हैं. इस फिल्म में उनकी एक्टिंग पूरी तरह से साउथ के एक्टर वाली फीलिंग देती है. वो इस फिल्म की जान हैं. उन्होंने जो कमाल का एक्शन दिखाया है, वो काबिले तारीफ है. वहीं, फिल्म में निगेटिव रोल में रणदीप हुड्डा भी काफी जंच रहे हैं. उन्होंने राणातुंगा का किरदार बखूबी निभाया है. उनके साथ विनीत कुमार सिंह ने भी अच्छा काम किया है. वहीं, एसआई विजया लक्ष्मी के तौर पर सैयामी खेर ने भी बेहतरीन काम किया है. फिल्म में उनका रोल काफी खास है.
डायरेक्शन:
तेलुगू सिनेमा के मशहूर फिल्म निर्देशक गोपीचंद मालिनेनी ने अपने निर्देशन से ‘जाट’ में जान डाल दी है. उन्होंने हर बारीकी पर बहुत ध्यान दिया है. उन्होंने फिल्म के सेट को इतने बेहतरीन तरीके से कैप्चर किया है कि आपको कुछ भी बनावटी नहीं लगेगा.
संगीत:
थमन एस का नाम साउथ के दिग्गज म्यूजिक डायरेक्टर्स में गिना जाता है. फिल्म के गानों से लेकर बैकग्राउंड स्कोर तक, सब कुछ इतना कमाल का है कि आप थमन की तारीफ जरूर करेंगे. फिल्म में सिर्फ 3 गाने हैं और तीनों ही गाने दमदार हैं, जिनमें से एक उर्वशी रौतेला का आइटम नंबर भी शामिल है.
कमियां:
कोई भी फिल्म कितनी भी अच्छी क्यों न हो, उसमें कुछ खामियां होती ही हैं और ‘जाट’ में भी कुछ खामियां हैं. फिल्म की गति पहले हाफ से लेकर दूसरे हाफ तक अच्छी है, लेकिन दूसरे हाफ में फिल्म की कहानी थोड़ी हल्की पड़ जाती है. बलदेव के रूप में सनी देओल आगे क्या करने वाले हैं, इसका अंदाजा हमें पहले ही हो जाता है. वहीं दूसरी तरफ रणदीप हुड्डा को भले ही फिल्म में दमदार विलेन के तौर पर दिखाया गया हो, लेकिन फिल्म में उनके किरदार को ज्यादा एक्सप्लोर नहीं किया गया है. फिल्म में कई जगह इंसानों के सिर को क्रूरता से काटते हुए दिखाया गया है, मेकर्स को ऐसे सीन को ब्लर कर देना चाहिए था.
देखें या न देखें:
यह पूरी तरह से मनोरंजक फिल्म है, जिसे आप अपने पूरे परिवार के साथ देख सकते हैं. फिल्म की कहानी और सनी देओल की एक्टिंग आपको पसंद आएगी. मेरी ओर से ‘जाट’ को 5 में से 3.5 स्टार.
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