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न्यायालय भवन का लोकार्पण करते हुए न्यायमूर्ति।
सागर के मालथौन में 12 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किए गए सिविल न्यायालय भवन का लोकार्पण रविवार को किया गया। लोकार्पण समारोह में उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि न्यायालयीन प्रक्र
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मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि न्याय में देरी के कारण समाज में असंतोष पैदा होता है। असंतोष पैदा ना हो इसलिए सभी न्यायाधीश, अधिवक्ता तत्काल कार्रवाई करते हुए शीघ्रता से प्रकरणों का निराकरण करें। न्यायालयीन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए डिजिटल सिस्टम लागू करें। जिससे कि सभी कार्य शीघ्रता से किए जा सकें। उन्होंने कहा कि न्यायालय में बार और बेंच का सामान होना जरूरी है। मध्य प्रदेश की सरकार के द्वारा न्यायालय के संसाधनों के लिए पर्याप्त बजट दिया गया है। इस बजट के माध्यम से न्यायालय में सभी आवश्यकताएं पूरी की जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह भवन मात्र पत्थरों की संरचना नहीं है, इस संरचना में न्याय की देवी के माध्यम से समाज को न्याय मिलता है।

कार्यक्रम में शामिल हुए न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत और संजय द्विवेदी।
इस दौरान न्यायमूर्ति व सागर जिले के पोर्टफोलियो जज संजय द्विवेदी ने कहा कि भवन निर्जीव होता है। जिसे सजीव बनाने के लिए आप सभी का सहयोग आवश्यक है। यह भवन समय पर बना है। इसी तहत तुरंत न्याय करने के लिए न्यायाधीश और अधिवक्ता कार्य करें। इस दौरान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेश कुमार शर्मा, रुक्मणी रमन शर्मा समेत अन्य न्यायाधीश और अधिवक्ता मौजूद थे।

कार्यक्रम में शामिल हुए अधिकारी, अधिवक्ता व अन्य लोग।
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