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पेड़ पर बैठे तेंदुए को देख साधु-संत और राहगीर डरे।
सतना के चित्रकूट उप वनमंडल की मझगवां रेंज में वन्य जीवों का आवागमन बढ़ गया है। रविवार शाम को धारकुंडी आश्रम के मुख्य मार्ग पर एक पेड़ पर तेंदुआ दिखाई दिया। आक्रामक मुद्रा में बैठे तेंदुए को देखकर आश्रम के साधु-संत और राहगीर सहम गए।
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वन विभाग के कर्मचारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तेंदुए को जंगल की ओर भगाया। रेंजर पंकज दुबे के अनुसार ये पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी तीन बार बाघ को सड़क पर देखा गया है। आश्रम का बड़ा हिस्सा जंगल से लगा हुआ है। यहां पानी की पर्याप्त उपलब्धता और शाकाहारी जानवरों की मौजूदगी के कारण बाघ और तेंदुए अक्सर आते हैं।
3 पालियों में 15-15 प्रशिक्षित वनकर्मी तैनात इसी दिन धारकुंडी आश्रम के पास 4-5 चीतलों का झुंड भी दिखा। राहगीरों ने इस दृश्य को अपने मोबाइल में कैद किया। वन विभाग ने सुरक्षा के लिए सरभंगा और धारकुंडी में तीन पालियों में 15-15 प्रशिक्षित वनकर्मी तैनात किए हैं। ये कर्मचारी पन्ना नेशनल पार्क और बांधवगढ़ में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने में सक्षम हैं।
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