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Mother is seated under the ancient banyan tree | प्राचीन बरगद के नीचे विराजमान हैं माता: कठिन रास्ते से होकर पहुंचते हैं भक्त; सीधी में मां सिंहवाहिनी का है अनोखा मंदिर – Sidhi News

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सीधी जिले के मेडरा गांव में स्थित मां सिंहवाहिनी का मंदिर आस्था का प्रमुख केंद्र है। यह मंदिर एक विशाल और प्राचीन बरगद के नीचे स्थित है। मान्यता है कि यहां माता की प्रतिमा हजारों वर्षों से विराजमान है।

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मंदिर तक पहुंचने का रास्ता बेहद कठिन और संकरा है। इस वजह से यहां सीमित संख्या में ही श्रद्धालु पहुंच पाते हैं। स्थानीय समाजसेवी राजकुमार तिवारी के अनुसार, केवल सच्चे भक्तों को ही माता के दर्शन का सौभाग्य मिलता है।

बरगद की घनी जड़ों और पत्थरों की तलहटी में स्थित माता की प्रतिमा को चमत्कारी माना जाता है। यहां एक विशेष आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव श्रद्धालुओं को होता है। गांव के निवासी राम कीरोधर पाल बताते हैं कि यह स्थल लंबे समय से आस्था का केंद्र है।

कई भक्तों का कहना है कि यहां प्रार्थना करने से उनकी समस्याएं दूर हो जाती हैं। माता के आशीर्वाद से अनेक श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी हुई हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि माँ सिंहवाहिनी अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करती हैं।

प्राचीन बरगद के नीचे विशाल माता का मंदिर स्थित है।

प्राचीन बरगद के नीचे विशाल माता का मंदिर स्थित है।

सरकार से सुविधाओं की मांग

ग्रामीणों और श्रद्धालुओं ने सरकार से इस धार्मिक स्थल के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है। भक्तों का कहना है कि अगर रास्ते को चौड़ीकरण कर दिया जाए और बुनियादी सुविधाएं दी जाएं, तो इससे अधिक श्रद्धालु मां के दर्शन कर सकेंगे।

पर्वों पर भक्तों की भीड़

नवरात्रि और अन्य विशेष पर्वों के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। इस दौरान विशेष पूजा और अनुष्ठान किए जाते हैं। माता के दरबार में भक्त अपनी मन्नतें मां के चरणों में अर्पित करते हैं और मां का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

आस्था और विश्वास का दिव्य स्थल

मां सिंहवाहिनी का यह मंदिर न केवल धार्मिक स्थल है, बल्कि यह आस्था और चमत्कार का संगम भी है। श्रद्धालुओं का मानना है कि जो भी सच्चे मन से यहां आता है, उसकी झोली मां की कृपा से भर जाती है। हालांकि, कठिन रास्ते के कारण हर कोई मां के समीप तक नहीं पहुंच पाता, लेकिन इसे भी माता का ही विधान माना जाता है।

यह पवित्र स्थल न केवल भक्तों को आध्यात्मिक बल प्रदान करता है, बल्कि उनकी आत्मा को भी शांति से भर देता है। जो भी श्रद्धालु यहाँ सच्चे मन से मां का आशीर्वाद प्राप्त करने आता है, वह निश्चित रूप से मां की कृपा का अनुभव करता है।

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