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विक्रमोत्सव के बारे में जानकारी देते एसडीएम बीपी पांडे।
प्रदेश शासन वर्ष प्रतिपदा पर विक्रमोत्सव 2025 का आयोजन कर रहा है। मऊगंज के पीएमश्री शासकीय केदारनाथ महाविद्यालय में यह कार्यक्रम कल सुबह 10 बजे से शुरू होगा।
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विक्रम संवत की ऐतिहासिक महत्ता को देखते हुए इस कार्यक्रम का विशेष महत्व है। सम्राट विक्रमादित्य ने 57 ईसा पूर्व में शकों को हराने के बाद इस संवत की स्थापना की थी। वर्तमान में विक्रम संवत 2082 चल रहा है, जो 30 मार्च से प्रारंभ हुआ है।
विक्रमादित्य के शासनकाल में भारतीय साहित्य, ज्योतिष और चिकित्सा विज्ञान का विशेष विकास हुआ। महाकवि कालिदास ने ‘अभिज्ञान शाकुन्तलम’ और ‘मेघदूत’ जैसे महान ग्रंथों की रचना की। विक्रम संवत आज भी भारत और नेपाल में प्रचलित है और गणितीय दृष्टि से सबसे सटीक कालगणना मानी जाती है।
एसडीएम बीपी पांडे ने बताया कि कार्यक्रम में नाटिका का मंचन होगा। विशिष्ट मेहमान भी कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। उन्होंने सभी नागरिकों से अधिक से अधिक संख्या में कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है।
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