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बांग्लादेश में तख्तापलट की आशंका, मोहम्मद यूनुस का चीन दौरा संकट में.

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Bangladesh coup: बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से भारत विरोधी गतिविधियों में बढ़ोतरी आई है. यूनुस सरकार का उस देश की तरफ ज्यादा झुकाव ज्यादा है जिसके साथ भारत के रिश्ते बेहतर नहीं. केयर टेकर पीएम को सत्त…और पढ़ें

क्या यूनुस का हश्र भी होगा शेख हसीना जैसा? चीन दौरे के बाद हसीना हुई थी आउट

बांग्लादेश में क्या फिर होगा तख्ता पलट?

हाइलाइट्स

  • बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भारत विरोधी गतिविधियों में बढ़ोतरी.
  • मोहम्मद यूनुस चीन दौरे पर, शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे.
  • सेना और अंतरिम सरकार के बीच रिश्ते तनावपूर्ण.

Bangladesh coup: बांग्लादेश और चीन के बीच राजनयिक रिश्तों के पचास साल पूर हो रहे हैं. मोहम्मद यूनुस कई सपने लिए चीन के दौरे में जाने को तैयार है. लेकिन क्या यह सपने पूरे हो पाएंगे यह अभी तो कहना मुश्किल है. लेकिन यह जरूर हो सकता है कि बतौर बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के एयवाइजर के तौर पर उनकी यह यात्रा पहली और आखिरी जरूर हो सकती है. वजह है नहीं थमने वाला घरेलू विवाद. खुफया रिपोर्ट के मुताबिक ISI के नक्शे कदम पर सेना प्रमुख के खिलाफ मोर्चा खोला था. उन्हें जबरन कुर्सी से उतारने वाली बात अब खुल कर सामने आ चुकी है. लेहाजा अब सेना भी उनके खिलाफ मोर्चा खोलते नजर आ रही है. ढाका में बांग्लादेश सेना की 9वीं इंफेंट्री डिविजन की तैनाती के बाद इस चर्चा को हवा मिली थी, कि चीन दौरे को रोकने या चीन से वापस आने के बाद मिलिट्री सत्ता अपने हाथ में ले सकती है.

आर्मी चीफ ने बुलाई थी इमर्जेंसी बैठक
देश के मौजूदा हालातों के चलते सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमन सेना के वरिष्ठ अधिकारियों का एक बैठक बुलाई थी. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में 5 लें.जनरल रैंक के अधिकारी, 8 मेजर जनरल और कई इंडीपेंडेंट ब्रिगेड के कमांडिग अफसर शामिल थे. इस बैठक में अंदहरूनी सुरक्षा हालातों की समीक्षा की. रिपोर्ट के मुताबित बांग्लादेश में आने वाले दिनों में बड़े आतंकी हमलों की आशंका जताई जा रहा है. इसे लेकर अलर्ट रहने को कहा गया है. वहीं सेना और अंतरिम सरकार के बीच रिश्ते बेहतर नहीं है. सेना के खिलाफ जमात और उनके समर्थक साजिश रचने में जुटें हैं. आरोप यह लगाया जा रहा है कि सेना प्रमुख ने ही शेख हसीना को देश से बाहर निकलने में मदद की थी. अब वही सेना शेख हसीना की आवामी लीग को फिर से सत्ता में काबिज करने फिराक में है.

क्या चीन दौरा होगा यूनुस का आखिरी आधिकारिक दौरा?
हेड ऑफ द स्टेट के तौर पर हो मोहम्मद यूनुस 26 मार्च से 29 मार्च तक तीन के दौरे पर होंगे. लेकिन जिस तरह का माहॉल बन रहा है उससे तो यह लग रहा है कि हो सकता है कि बांग्लादेश में उनका तख्ता पलट हो सकता है. पिछले साल जब बतौर प्रधानमंत्री शेख हसीना चीन के दौर पर थी, उस वक्त देश का जो माहॉल था अमूमन उसी तरह का माहॉल इस वक्त भी बना हुआ है. शेख हसीना चीन के दौरे को बीच में ही छोड़ कर लौट आई थी. उसके बाद ही उनका तख्ता पलट हो गया था. सेना के पूर्व अधिकारी ले. जन. संजय कुलकर्णी (री) का मानना है कि वहां के हालात वेलोटाइल होते जा रहे है. सेना और सरकार के बीच क्या होगा अभी तो कहना मुश्किल है. लेकिन शेख हसीना के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश की टेक्स्टाइल इंडस्ट्री को बड़ा नुकसान हुआ. 140 के करीब टेक्सटाइल फैक्ट्री बंद हो गई. 40 लाख महिलाएं जो इन इंडस्ट्री में काम करती थी उनमें से 30 लाख के करीब बेरोजगार हो गई. स्टूडेंट यूनियन को भी इस बात का समझ आने लागी है कि भारत के साथ रिश्ते खाराब बरने से उनका कोई फायदा नहीं होने वाला. यह सबसे बड़ा कारण बन सकता है यूनुस सरकार के तख्ता पलट के पीछे लें.जन.कुलकर्णी (री) का मानना है कि शी जिनपिंग यूनुस को पैसे की मदद कर सकते है ताकी भारत विरोधी यूनुस सरकार और मजबूत हो जाए.

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