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दमोह में एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश ने 20 मार्च को सुबह पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। एक गोली एएसआई आनंद अहिरवाल के दाहिने हाथ में गोली लगी है। जवाबी फायरिंग में एक के बाद एक तीन फायर किए। 2 गोली बदमाश के हाथ-पैर में लगी है। उसे सागर के मेडिकल कॉलेज में भर्
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जिस बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग की है, उस पर 23 से ज्यादा मामले दमोह जिले के अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। लव जिहाद, अवैध हथियार रखना, मारपीट, हत्या के प्रयास, गोवंश की तस्करी सहित कई संगीन अपराधों में लिप्त कासिम कुरैशी पर दमोह एसपी ने 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। करीब 2 माह से फरार कासिम कुरैशी नागपुर में छिपकर बैठा हुआ था।
जबलपुर के निजी अस्पताल में भर्ती घायल एएसआई आनंद अहिरवाल से दैनिक भास्कर ने बात की। कहा- कुछ समझ पाते इससे पहले उसने फायर कर दिया। जवाबी कार्रवाई नहीं करते तो वह हमें मार डालता। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…

बदमाश कासिम कुरैशी को सागर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
धोखे से किया था फायर दमोह जिले के कुख्यात बदमाश कासिम कुरैशी को 19 मार्च की दोपहर को नागपुर से गिरफ्तार किया था। उसी रात में दमोह लाया गया। एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी, एएसपी संदीप मिश्रा के निर्देश पर कोतवाली, कसाई मंडी पुलिस चौकी और जबलपुर नाका पुलिस चौकी की टीम कासिम कुरैशी से पूछताछ में जुटी थी। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि शहर के बाहर स्थित एक तालाब के पास उसने हथियार छिपाकर रखे हैं। हिंडोरिया थाना प्रभारी धर्मेंद्र गुर्जर के नेतृत्व में 8 पुलिसकर्मी कासिम को लेकर तालाब के पास पहुंचे।
गुरुवार सुबह 6 बजे बदमाश के बताए अनुसार तालाब के आसपास पुलिस हथियारों की सर्चिंग कर रही थी। तभी कासिम की बताई जगह पर पुलिस को एक लोड कट्टा मिला। उसे जब्त कर लिया गया। इसके बाद आरोपी ने बताया कि तालाब की दूसरी ओर भी पिस्टल रखी हुई है। टीम उस तरफ बढ़ने लगी।
हिंडोरिया थाना प्रभारी धर्मेंद्र गुर्जर और एएसआई आनंद अहिरवाल ने बदमाश को पकड़ा था। इस बीच बदमाश खुद को छुड़ा कर तालाब के पास झाड़ियों की तरफ भागा। वहां उसने छिपी पिस्टल को उठाया और फायरिंग शुरू कर दी। उसने एक के बाद एक 3 राउंड फायरिंग की। एक गोली थाना प्रभारी धर्मेंद्र गुर्जर के कान के बाजू से निकल गई। दूसरी गोली एएसआई आनंद के हाथ में जा लगी।

एएसआई आनंद अहिरवाल को गोली लगी है।
जवाबी फायर में बदमाश को 2 गोली लगी
फायरिंग होते ही पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। एएसआई राकेश पाठक ने एक के बाद एक तीन फायर किए। इनमें से 2 गोली बदमाश के हाथ-पैर में लगी और वो वहीं पर गिर गया।
मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने कासिम को दबोच लिए। उसे तुरंत इलाज के लिए दमोह जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां प्राथमिक इलाज करने के बाद उसे सागर रेफर कर दिया। एएसआई आनंद को जबलपुर ले जाया गया।
एएसआई बोले-क्या हुआ समझ ही नहीं आया
जबलपुर के निजी अस्पताल में भर्ती एएसआई की हालत अब खतरे से बाहर है। शार्ट एनकाउंटर को लेकर घायल आनंद ने बताया कि उम्मीद नहीं थी कि वह फायर कर देगा। गुरुवार सुबह 6 बजे कासिम को लेकर तालाब के पास पहुंचे थे। उसके बताए स्थान पर हथियारों की सर्चिंग चल रही थी।
वह अवैध हथियारों की भी तस्करी करता था। उसके पास काफी संख्या में हथियार भी थे, जिसे वह घर के बाहर छिपाकर रखता था। एक ठिकाना उसका तालाब के बाहर का भी था। कासिम ने पिस्टल की शिनाख्ती के दौरान धोखे से इस तरह से फायर किया कि किसी को कुछ समझ ही नहीं आया। थोड़ी देर बाद देखा कि हाथ से खून बह रह था।

हम नहीं मारते तो वो मार देता
शार्ट एनकाउंटर के दौरान घायल हुए एएसआई आनंद अहिरवाल ने बताया कि अगर हमारी तरफ से गोली नहीं चलाई जाती तो, निश्चित रूप से किसी ना किसी की जान जरूर जाती। जिस समय कासिम ने फायरिंग की थी, उस समय हम और हिंडोरिया थाना प्रभारी उसके बिल्कुल नजदीक थे, जमीन से पिस्टल उठाते ही उसने फायर कर दिया, जबकि हमारा यह सोचना था कि पिस्टल खाली है। घायल हालत में कासिम को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया है।
परिजन ने किया हंगामा
गुरुवार को हुए शार्ट एनकाउंटर में घायल हुए कासिम कुरैशी के परिजनों ने दमोह में हंगामा कर दिया। शहर के चमन चौराहे पर प्रदर्शन कर आरोप लगाया कि कासिम को पुलिस ने जानबूझकर गोली मारी है। उसके पास कोई हथियार नहीं थे।
आरोपी के परिजनों का कहना है कि कासिम पठान ने छुट्टन की गाड़ी जला दी थी। इस मामले में वह 3 माह से फरार था। नागपुर में रहकर मजदूरी कर रहा था। वहां से पुलिस उसे पकड़ कर ले आई। उसे देहात थाने में ले गए। उसे बुधवार की रात को लेकर आया गया, पर परिवार को मिलने नहीं दिया गया।

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