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उत्तर भारत में हो रही बर्फबारी का असर अब धार तक पहुंच गया है। मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिल रहा है, जिससे आसमान में बादल छाए हुए हैं और ठंडी हवाएं चल रही हैं।
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जहां आम लोगों को इस बदलाव से गर्मी से राहत मिली है, वहीं किसान चिंतित हो गए हैं। दो दिन पहले धार शहर में हल्की बूंदाबांदी भी दर्ज की गई थी। किसानों को डर है कि अगर बारिश हुई तो खड़ी और कटी हुई गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है।
वैज्ञानिकों ने दी किसानों को सलाह धार कृषि विज्ञान केंद्र के विज्ञानी जीएस गाठिए ने किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि धार जिले में बारिश की संभावना कम है, लेकिन आसपास के जिलों में बारिश हो सकती है। उन्होंने किसानों को सुझाव दिया कि खुले में रखी उपज को ढंककर रखें, ताकि किसी भी संभावित नुकसान से बचा जा सके।
फिर से मौसम बना चुनौती, गेहूं पर टिकी उम्मीदें भारतीय किसान संघ के जिला मंत्री अमोल पाटीदार और राजेंद्र पाटीदार ने बताया कि खरीफ सीजन में सोयाबीन की कटाई के समय भी बारिश से काफी नुकसान हुआ था। इस वजह से किसानों का उत्पादन प्रभावित हुआ और उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ा। अब किसान रबी सीजन की गेहूं की फसल से उम्मीदें लगाए बैठे हैं, लेकिन फिर से मौसम में बदलाव ने उनकी चिंता बढ़ा दी है।
इधर, मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव के अनुसार, राजस्थान और पश्चिमी मध्यप्रदेश के ऊपर दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव हैं। इसके कारण मौसम में यह बदलाव देखा जा रहा है। नया साइक्लोनिक सिस्टम आज से एक्टिव होगा, जिससे अगले दो दिनों तक बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
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