मप्र के सबसे छोटे जिले मऊगंज में आज बवाल हो गया। आदिवासियों ने एक युवक का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। एसएएफ के एक एएसआई की भी मौत हो गई और कई घायल है। खबर लिखे जाने तक बवाल जारी है। मऊगंज की पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर बुरी तरह फेल साबित हो चुकी हैं।

मऊगंज जिले के रमनगरी पंचायत के गड़रा गांव में शुक्रवार को दो पक्षों के बीच हुए विवाद को सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर उग्र ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस हमले में शाहपुर थाना प्रभारी संदीप भारती, तहसीलदार पानिका, एएसआई जवाहर सिंह यादव और बृहस्पति पटेल गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के दौरान एएसआई रामचरण गौतम की मौत हो गई। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
स्थिति को नियंत्रित करने पहुंचे एसडीओपी अंकित सुल्या को भी आक्रोशित ग्रामीणों ने घेर लिया और बंधक बना लिया। पुलिसकर्मियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालात इतने बिगड़ गए कि कई पुलिसकर्मी गांव में फंस गए और अंधेरे का फायदा उठाकर ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर फिर से हमला कर दिया।



