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भोपाल में 1500 से अधिक स्थानों पर होलिका दहन होगा। शाम को पूजा के बाद रात में दहन शुरू होगा, जो देर रात तक जारी रहेगा। शुक्रवार को रंग-गुलाल जमकर उड़ाया जाएगा। पुराने शहर में चल समारोह भी निकलेगा। शहर में गुरुवार को पूर्णिमा तिथि और धृति योग में होलि
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दैनिक भास्कर समूह और गोकाष्ठ संवर्धन और पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा शहर में 47 विक्रय केंद्र खोले गए हैं, जहां से श्रद्धालु 10 रुपए प्रति किलो की दर से गोकाष्ठ प्राप्त कर रहे हैं। अब तक बड़ी मात्रा में गोकाष्ठ शहरवासी ले जा चुके हैं।
भद्राकाल रात 10:47 बजे तक
गुरुवार सुबह 10:30 बजे से भद्राकाल शुरू हो गया, जो रात 10:47 बजे तक रहेगा। इस दौरान होलिका दहन नहीं किया जाता। पं. विष्णु राजौरिया के अनुसार, भद्राकाल समाप्त होने के बाद रात 10:47 बजे से होलिका दहन करना शुभ और मंगलकारी रहेगा।
कई चल समारोह निकलेंगे
धृति योग के दौरान किए गए कार्यों में स्थिरता और सफलता की संभावना अधिक होती है। 14 मार्च को हुरियारों के जुलूस निकलेंगे। वहीं, धुलेंडी पर शहर में रंग-गुलाल उड़ाया जाएगा। प्रमुख क्षेत्रों जैसे दयानंद चौक, करोद, कोलार, संत नगर, भेल आदि में हुरियारों के जुलूस निकलेंगे। हिंदू उत्सव समिति द्वारा दयानंद चौक, जुमेराती से सुबह 11 बजे से होली चल समारोह निकाला जाएगा। इस जुलूस में राधा-कृष्ण और भोलेनाथ की झांकियां आकर्षण का केंद्र रहेंगी।
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