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मल्हारगंज चौराहे पर शास्त्री नवयुवक मंडल की ओर से होलिका दहन की परंपरा 58 वर्षों से जारी है। इस परंपरा की शुरुआत 1965 में रुग्गा पहलवान ने की थी। अब उनके पुत्र हुकम यादव और कार्तिक यादव इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।
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समाजसेवी मदन परमालिया ने बताया कि इस वर्ष के होलिका दहन कार्यक्रम में लोकप्रिय कवि और पूर्व विधायक पं. सत्यनारायण सत्तन ने हिस्सा लिया और पूजा की। इस अवसर परप उन्होंने देश में अमन-चैन की प्रार्थना की और परंपरा के ऐतिहासिक महत्व को याद किया।
होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस अवसर पर लोग अपने भीतर की बुराई को जलाने और अच्छाई को बढ़ावा देने का संकल्प लेते हैं। यह त्योहार समाज में सद्भाव बढ़ाने का संदेश देता है।
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