छतरपुर के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा कार्यालय में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। सागर लोकायुक्त की टीम ने मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे एक हवलदार सुरेंद्र राय को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। सागर लोकायुक्त की टीम कल से ही छतरपुर में आ चुकी थी फरियादी मनीष तिवारी ने आज फोन कर हवलदार सुरेंद्र राय को बुलाया और 5 हजार रुपये दिये वैसे ही टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया।कार्यवाही से कार्यालय में हड़कंप मच गया और मीडिया की टीम पहुँचते ही होम गार्ड कमांडेंट भी वहाँ से रफू चक्कर हो गए..
अन्य सैनिकों ने बताया कि आरोपी हवलदार सुरेंद्र राय होम गार्ड कार्यालय में पदस्थ होम गार्ड कमांडण्ट भूपेंद्र सिंह ठाकुर का खास है और वसूलर भी है जो पदस्थ कर्मचारियों से ड्यूटी के नाम पर वसूली करने का भी काम करता है और कमांडेंट साहब उन्हें उस्ताद कहकर पुकारते हैं और यह लंबे समय से वसूली का काम कर रहा है जिसने आज कार्यालय परिसर में स्थित शासकीय आधार सेवा केंद्र के संचालक से किराए के नाम पर भी रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता मनीष तिवारी पिछले दो वर्षों से आधार केंद्र का संचालन कर रहे हैं। मनीष के अनुसार हवलदार शुरुआत से ही उनसे किराए के नाम पर पैसे लेता आ रहा था। पहले राशि कम थी, लेकिन अब मांग बढ़ने लगी। हवलदार ने कुल 6 हजार रुपए की मांग की थी। इसमें से 1 हजार रुपए 4 फरवरी को दिए जा चुके थे।

9 सदस्यीय टीम ने की कार्रवाई
सागर लोकायुक्त के टीआई अभिषेक वर्मा और केपीएस बेन के नेतृत्व में 9 सदस्यीय टीम ने कार्रवाई की। टीआई वर्मा ने बताया कि आरोपी हवलदार के खिलाफ धारा 7 के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

