Home मध्यप्रदेश Fraud through fake trading app in Ratlam | रतलाम में नकली ट्रेडिंग...

Fraud through fake trading app in Ratlam | रतलाम में नकली ट्रेडिंग एप से ठगा: ​​​​​​​लालच देकर जमा करवाए 7.11 लाख; प्राइवेट एप खरीदकर 5 करोड़ की धोखाधड़ी – Ratlam News

35
0

[ad_1]

मामले का खुलासा करते एसपी अमित कुमार।

रतलाम पुलिस ने ट्रेडिंग एप के माध्यम से धोखाधड़ी कर रुपए ठगने वाले गिरोह को पकड़ा है। गिरोह के सदस्य 55 हजार रुपए में प्राइवेट एप खरीदकर लोगों से करीब 5 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी कर चुके हैं। गिरोह में भोपाल, इंदौर व देवास के लोग शामिल हैं। गिरोह के 6 सदस

.

एसपी अमित कुमार ने बताया पुष्कर पाटीदार (36) पिता रामेश्वर पाटीदार निवासी ग्राम रणायरा (आलोट) META TRADES 5 PRO ट्रेडिंग एप के माध्यम से ट्रेडिंग करते थे। ट्रेडिंग के नाम पर अलग अलग तीन एकाउंट्स में करीब 7 लाख 11 हजार 250 रुपए इनसे ट्रेडिंग के नाम पर जमा करवाकर धोखाधड़ी की। शिकायत आलोट थाने पर की गई। जांच की तो पता चला कि ट्रेडिंग के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला गिरोह है।

सरगना भोपाल की लड़की एसपी कुमार ने बताया कि साइबर सेल टीम द्वारा टेक्निकल एनालिसिस किया। इस आधार पर कुल 6 आरोपियों सोनम परदेशी निवासी भोपाल, आरती निवासी इटारसी, दिनेश शर्मा निवासी शिवपुरी, राज जोशी चाचोड़ा गुना, फिरोज पठान देवास, मोइन खान देवास को अरेस्ट किया। पता चला कि सोनम परदेशी उक्त META TRADES 5 PRO ट्रेडिंग एप की मुख्य सरगना है।

पुलिस गिरफ्त में ऊपर से सबसे पहले आरोपी फिरोज, सोनम, आरती। नीचे सबसे पहले मोइन, राज जोशी व दिनेश।

पुलिस गिरफ्त में ऊपर से सबसे पहले आरोपी फिरोज, सोनम, आरती। नीचे सबसे पहले मोइन, राज जोशी व दिनेश।

इस तरह की धोखाधड़ी मुख्य सरगना सोनम परदेशी द्वारा उसकी मौसी की लड़की आरती सोनकर व साथी फिरोज पठान निवासी देवास के साथ मिलकर एप डेवलपर से 55 हजार रुपए मे META TRADES 5 PRO सर्वर एप खरीदा। फिरोज द्वारा अपने अंडर मे काम करने वाले मोईन व अन्य साथी के द्वारा सोनम परदेशी द्वारा दिए गए डेटा अनुसार लोगों को फोन लगाकर डीमैट अकाउंट खुलवाए। META TRADES 5 PRO ट्रेडिंग एप की लिंक वाट्सएप पर भेजकर उसमे शेयर खरिदवाकर खातों मे रुपए डलवाए।

लालच देकर रुपए करवाते जमा एसपी के अनुसार सोनम परदेशी के साथी दिनेश शर्मा निवासी शिवपुरी द्वारा उक्त खातों की व्यवस्था की। खाताधारकों को लालच देकर उनके खातो में रुपए डलवाए जाते। उन रुपयों को निकलवाकर सोनम परदेशी तक पहुंचाते। सोनम परदेशी व आरती सोनकर द्वारा उक्त META TRADES 5 PRO सर्वर एप को कंट्रोल करने वाले अन्य साथी आरोपी से लगातार लोगों के शेयर की वैल्यू को अपने मनचाहे अनुसार बढ़ाते-घटाते। किसी भी कस्टमर द्वारा लाभ के रुपए निकालने की बात करने पर उसके शेयर की वैल्यू सर्वर एप के माध्यम से कम कर शेयर को होल्ड रखने या अधिक रुपए इन्वेस्ट करने को बताते। जिस कस्टमर द्वारा रुपए निकालने का दबाव बनाया जाता, उसकी आईडी एप से हटाकर मोबाइल को बंद कर धोखाधड़ी की जाती।

एक लाख डेटा बेस एसपी कुमार ने बताया कि पूर्व में यह सभी शेयर ट्रेडिंग कंपनियों में काम करते थे। कंपनियों के बंद होने के बाद इनके पास लगभग 1 लाख लोगों का डेटा बेस है। जांच में प्रदेश के अलावा बिहार, झारखंड समेत अन्य प्रदेशों के लोगों के साथ अभी तक करीब 5 करोड़ रुपए के ट्रांजैक्शन कर धोखाधड़ी करने की जानकारी सामने आई है। ट्रेडिंग के नाम धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को न्यायालय मे पेश कर पीआर लेकर पूछताछ की जा रही है।

यह हुए गिरफ्तार

  • सोनम परदेशी (32) पति आकाश चौहान, निवासी शफी नगर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी भानपुर थाना शाहजानाबाद जिला भोपाल, हाल मुकाम सेक्टर नंबर 136 इंदौर, थाना लसुडिया जिला इंदौर।
  • आरती (24) पिता महेश सोनकर निवासी रेदास नगर इटारसी जिला नर्मदापुरम। हाल मुकाम सेक्टर नंबर 136 इंदौर, थाना लसुडिया जिला इंदौर।
  • दिनेश (30) पिता तेजप्रताप शर्मा निवासी साबोली थाना नरवर जिला शिवपुरी। हाल मुकाम सेक्टर नंबर 136 इंदौर, थाना लसुडिया जिला इंदौर।
  • राज (23) पिता शंकर जोशी निवासी ग्राम पेची तहसील चाचोडा थाना बीनागंज जिला गुना। हाल मुकाम संजय गांधी नगर इंदौर।
  • फिरोज (35) पिता सनावर पठान निवासी 222 एमजी रोड देवास।
  • मोईन खान (21) पिता अंसार खान निवासी नई आबादी देवास

यह हैं फरार आरोपी

  • सॉफ्टवेयर डेवलेपर
  • सर्वर एप कंट्रोल करने वाला,
  • फिशिंग करने वाला
  • 2 अन्य खाताधारक जिनके खातों मे धोखाधडी के रुपए गए।

इस तरह हुआ खुलासा आलोट के महावीर स्कूल के टीचर पुष्कर पाटीदार काफी समय से मेटा 5 एप पर ट्रेडिंग कर रहे थे। उन्होंने इससे लगभग 2 लाख रुपए की कमाई भी की। दिसंबर माह में एक महिला ने खुद को पूजा बताते हुए शिक्षक को फोन किया। उसने मेटा ट्रेडर-5 एप से बेहतर कमाई का लालच दिया। ठगों ने शिक्षक से वॉट्सऐप पर मेटा-5 प्रो नाम का फर्जी एप डाउनलोड कराया। साथ ही असली एप डिलीट करवा दिया।

फर्जी ऐप पर टीचर अकाउंट में 15 लाख रुपए की कमाई दिखाई। ठगों ने इस कमाई का 20 प्रतिशत कमीशन मांगा। जब रुपए निकालने की बात की, तो आरोपियों ने और रुपयों की मांग की। टीचर ने अलग-अलग कुल 7.11 लाख रुपए का भुगतान कर दिया। इसके बाद सभी आरोपियों ने अपने मोबाइल बंद कर लिए। टीचर ने 4 मार्च को आलोट थाने पर शिकायत दर्ज कराई।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here