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द्वारकापुरी इलाके में रहने वाले बीएससी के एक छात्र ने कॉलेज की तीसरी मंजिल से कूदकर जान दे दी। आत्महत्या के कुछ समय पहले ही उसने नकारात्मक और दुखी करने वाली स्टोरी लगाई थी। द्वारकापुरी पुलिस के अनुसार मृतक 22 वर्षीय मयूर सिंह राजपूत पिता कमल सिंह राज
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वह गुमाश्ता नगर स्थित वैष्णव कॉलेज से बीएससी थर्ड इयर की पढ़ाई कर रहा था। उसने शनिवार दोपहर लगभग 3 बजे कॉलेज के फ्रंट साइड की तीसरी मंजिल से कूदकर जान दे दी। दोस्त और वहां के प्रोफेसर-कर्मचारी उसे बचाने के लिए निजी अस्पताल लेकर दौड़े, लेकिन गंभीर चोट की वजह से उसकी मौत हो चुकी थी। मयूर इकलौता बेटा था। पिता का रेडीमेड का कारोबार है।
घर जाने का बोल सबसे हाथ मिलाया
दोस्तों ने बताया कि रोज की तरह मयूर टिफिन लेकर कॉलेज आया था। कॉलेज में महिला दिवस के कार्यक्रम भी चल रहे थे। दो बजे बाद वह सभी दोस्तों से घर जाने का बोलकर हाथ मिलाने लगा। कुछ छात्र अपने घरों की तरफ निकल गए। तभी हमने उसके सोशल मीडिया की स्टोरी देखी, जिसमें बहुत दुखी करने वाला मैसेज था।
पढ़ते ही समझ आ गया कि वह जान देने वाला है। इसलिए सभी उसकी खोजबीन में लग गए। थोड़ी देर में वह तीसरी मंजिल स्थित गैलरी में खड़ा दिखा। एक छात्र दौड़कर तीसरी मंजिल पहुंचा। दोस्त को आता देख मयूर ने छलांग लगा दी। यदि मयूर तीन सेकंड और रुक जाता तो बच जाता।
यह लिखा है स्टेटस पर
मैं ऐसा इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि मेरे जैसा नकारात्मक इंसान किसी के लायक नहीं है। चाहे जितनी भी मैं कोशिश कर लूं, लेकिन मैं किसी के लायक नहीं हो सकता। मैं न तो अच्छा बेटा हूं, न अच्छा दोस्त हूं, न छात्र और ना इंसान हूं। मैं आशा करता हूं कि मेरे करीबी लोगों की जिंदगी अब बेहतर और शांति प्रिय रहेगी, जब में अपने आप को उनकी जिंदगी से हटा लूंगा। क्योंकि मैं सिर्फ एक श्राप हूं। मैं किसी काम का नहीं हूं। आई एम सॉरी गुड बाय।
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