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Indian Air Force College: ग्रेजुएशन करने के बाद अक्सर लोगों की चिंता रहती है कि कहां दाखिला लें, जहां से भविष्य सुरक्षित हो सकें. ऐसे ही कॉलेज की अगर आपके तलाश है, तो यह कॉलेज आपके लिए अच्छा हो सकता है. यहां दा…और पढ़ें
Indian Air Force College: यहां एडमिशन मिलने पर एयरफोर्स में ऑफिसर बन सकते हैं.
Indian Air Force College: ग्रेजुएट होने के बाद अक्सर लोगों को चिंता होने लगती है कि कहां दाखिला लिया जाए, जहां से भविष्य में चार चांद लग जाए. ऐसी ही चिंता पैरेंट्स को भी होती है कि अपने बच्चों को ऐसे कॉलेज में दाखिला दिलाएं, जहां नौकरी (Jobs) मिलने की लगभग गारंटी हो जाए. अगर आप भी ऐसे कॉलेज को सर्च कर रहे हैं, तो यह आपके लिए अच्छा हो सकता है. एक बार जिस किसी का भी यहां दाखिला हो जाता है, तो वह इंडियन एयरफोर्स में अधिकारी बन जाते हैं. हम जिस कॉलेज की बात कर रहे हैं, उसका नाम एयर फ़ोर्स एडमिनिस्ट्रेटिव कॉलेज (AFAC) है.
एयर फ़ोर्स एडमिनिस्ट्रेटिव कॉलेज (AFAC)
एयर फ़ोर्स एडमिनिस्ट्रेटिव कॉलेज (AFAC) भारतीय वायुसेना के सबसे पुराने ट्रेनिंग संस्थानों में से एक है. इसकी स्थापना वर्ष 1943 में पुणे में इनिशियल ट्रेनिंग विंग के रूप में हुई थी. बाद में 11 जुलाई 1946 को इसे रेडफील्ड्स, कोयंबटूर में ट्रांसफर कर दिया था. इस स्थान का चुनाव विंग कमांडर एस. मुखर्जी, ओबीई (जो बाद में भारतीय वायु सेना प्रमुख बने) ने किया था. इस कॉलेज के लिए भूमि कोयंबटूर के प्रमुख बिजनेसमैन कैवेलियर जी. के. देवराजुलु ने दान की थी.
Air Force कॉलेज में इन कोर्सों की होती है पढ़ाई
AFAC में स्थित फैकल्टी ऑफ मीटरोलॉजी भारथिअर विश्वविद्यालय, कोयंबटूर से एफिलिएटेड है. यह संस्थान मीटरोलॉजी में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा, एम.फिल. और पीएचडी प्रोग्राम प्रदान करता है. इसके जरिए वायुसेना अधिकारियों को एडवांस्ड टीचिंग एंड रिसर्च के अवसर मिलते हैं.
ऐसे मिलता है यहां दाखिला
भारतीय वायुसेना (IAF) में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट (AFCAT) एक प्रमुख प्रवेश परीक्षा है. यह परीक्षा उन उम्मीदवारों के लिए आयोजित की जाती है, जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की हो. भारतीय वायुसेना की ग्राउंड ड्यूटी ब्रांच में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों को AFCAT परीक्षा पास करना होता है. इसके बाद एयर फोर्स सिलेक्शन बोर्ड (AFSB) द्वारा आयोजित इंटरव्यू में भाग लेना होता है.
फ्लाइट कैडेटों को मिलती थी सर्विस ट्रेनिंग
शुरुआत में AFAC को जनरल ड्यूटी (पायलट) ब्रांच के फ्लाइट कैडेटों को सर्विस ट्रेनिंग देने के लिए बनाया गया था. वर्ष 1949 में इसके पाठ्यक्रम का विस्तार करते हुए एडमिनिस्ट्रेशन, अकाउंट्स, इंस्ट्रूमेंटेशन, एजुकेशन एंड मीटरोलॉजी ब्रांचों के कैडेटों को भी ट्रेनिंग दिया जाने लगा. इसके अतिरिक्त, जूनियर कमांडर का कोर्स भी जलाहल्ली से इस महाविद्यालय में ट्रांसफर कर दिया गया था. आज, AFAC एक मल्टीलेवल ट्रेनिंग संस्थान के रूप में विकसित हो गया है.
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March 02, 2025, 20:20 IST
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