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Aurangabad Vinod Ram Success Story: औरंगाबाद के रहने वाले विनोद राम किसी परिचय के मोहतास नहीं है. इनकी फैक्ट्री में तैयार होने वाले जूते कई शहरों में बिती है. विनोद ने यूनियन बैंक से 3.50 लाख लोन लेकर कारोबार क…और पढ़ें
जूते बनाते कारीगर
औरंगाबाद. शादी-विवाह का सीजन शुरू होते ही लोगों में शादी के जूते खरीदने की होड़ लगी है. वहीं औरंगाबाद में पिछले 25 वर्षों से जूते का व्यवसाय कर रहे विनोद राम ने बताया कि इस सीजन राजस्थानी जूती, नागरा जूते की सबसे अधिक डिमांड है. वहीं इसके लिए लोग एडवांस में पैसे देकर अपने पसंद के जूते बनवा रहे है. जिले के कुटुंबा प्रखंड के माली निवासी उद्यमी विनोद राम पिछले 25 वर्षों से जूते का व्यवसाय कर रहे हैं. विनोद राम कई तरह के जूते तैयार करते हैं और इसकी डिमांड भी रहती है. विनोद राम के प्रोडक्ट को ब्रांडिंग कर दूसरे प्रदेशमें बेचा जाता है.
लोन लेकर शुरू किया जूते का कारोबार
वहीं उद्यमी विनोद राम ने बताया कि पहले छोटे स्तर पर ही जूते बनाने का कमा करते थे. इसके बाद इसको विस्तार देने के लिए लोन भी लिया. सारी कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद यूनियन बैंक से 3.50 लाख का लोन मिला. इस लोन की राशि की मदद से बड़े पैमाने पर जूते बनाने का काम शुरू किया. विनोद राम ने बताया कि इस बार लग्न में सबसे अधिक नागरा जूते का ही बिक्री हो रही है. लोग इसके लिए कई डिजाइन लाकर स्पेशल भी बनवाते हैं और मुंहमांगी कीमत भी देने को तैयार हैं. विनोद राम के इस कारखाने में 20 से अधिक लोग काम करते हैं.
जूते की कमाई से बच्चों को पढ़ाकर बनाया काबिल
विनोद राम ने बताया कि लग्न शुरू होते ही जूते और मोजरी की सेल बढ़ जाती है. वहीं हर महीने यहां से जूते की बिक्री 1500 अधिक होती है. वहीं लग्न में सिर्फ नागरा जूते व मोजरी की बिक्री 1200 से अधिक होती है. उन्होंने बताया कि यहां से जूते की सप्लाई दूसरे प्रदेश में होती है. जिसमें पटना, मुजफ्फरपुर, गया और झारखंड के हरिहरगंज, रांची सहित अन्य शहरों तक भेजा जाता है. आपको बता दें कि व्यवसाई विनोद राम के 3 लड़की और 1 लड़का है. जूते के इस व्यवसाय से बच्चों को पढ़ाया है. विनोद की बेटी सिविल कोर्ट में कंप्यूटर क्लर्क है. वहीं बेटा पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है.
Aurangabad,Bihar
January 23, 2025, 13:19 IST
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