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Saumya Singh Rathore Success Story: सौम्या सिंह राठौर ने उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर से निकलकर कॉर्पोरेट की दुनिया में बड़ी कामयाबी पाई. उन्होंने भारत का सबसे बड़ा सोशल गेमिंग प्लेटफॉर्म खड़ा कर दिया. 175 मिलिय…और पढ़ें
सौम्या सिंह राठौर.
Saumya Singh Rathore Success Story: सपनों को हकीकत में बदलने का जज़्बा और जोखिम उठाने का साहस, ये दो गुण किसी भी व्यक्ति को असाधारण बना सकते हैं. उत्तर प्रदेश के छोटे-से शहर में जन्मीं एक लड़की ने इन्हीं गुणों के साथ अपनी जिंदगी को नया आकार दिया. अपनी नई सोच और बेजोड़ दृष्टिकोण के दम पर उसने भारत में सोशल गेमिंग की दुनिया को बदलकर रख दिया. लड़की का नाम है सौम्या सिंह राठौर. सौम्या की कहानी इतनी जबरदस्त है कि आप भी कह उठेंगे- वाकई लड़की ने नई सोच के साथ कुछ खास किया है.
1988 में जन्मीं सौम्या सिंह राठौर बचपन से ही नई चीजें सीखने और अनोखे प्रयोग करने को लेकर जिज्ञासु थीं. उन्होंने अपनी मास्टर्स डिग्री यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर से पूरी की और जनवरी 2009 में केपीएमजी (KPMG) में एसोसिएट के रूप में अपना करियर शुरू किया.
कुछ अलग ही करना चाहता था मन
सौम्या ने बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड और टाइम्स नेटवर्क में काम करते हुए कई सफल प्रोजेक्ट्स पर अपनी अहम भूमिका निभाई. लेकिन उनका मन हमेशा कुछ नया और अलग करने की ओर भागता रहा. छह साल के कॉर्पोरेट करियर के बाद उन्होंने अपने कंफर्ट ज़ोन से बाहर निकलने का बड़ा फैसला किया.
जनवरी 2015 में सौम्या ने शुरुआती चरण के बैकपैकर ट्रैवल स्टार्टअप ZO Rooms के कोर टीम की चीफ के रूप में जॉइन किया. उन्होंने ब्रांड, ग्रोथ और एक्सपेंशन को लीड किया, लेकिन फरवरी 2016 में Oyo-ZO विवाद के बाद यह सफर थम गया. इसके बावजूद, सौम्या के अंदर कुछ नया करने की चाह खत्म नहीं हुई.
छोटे शहरों के लिए नहीं था कोई गेमिंग प्लेटफॉर्म
2017 में भारत में गेम डेवलपमेंट कंपनियों की संख्या 25 से (2010 में) बढ़कर 250 तक पहुंच गई थी, लेकिन कोई भी ऐसा प्लेटफॉर्म नहीं था, जो टियर-2 और टियर-3 शहरों के दर्शकों को प्रोत्साहित करता. सौम्या ने इसे एक मौके के रूप में देखा. ZO के अपने साथ काम करने वाले पवन के साथ उन्होंने एक नई शुरुआत की. और 2017 में WinZO का जन्म हुआ.
WinZO का आइडिया तो सिंपल था, लेकिन उसे जमीन पर उतारना उतना ही चुनौतीपूर्ण था. सौम्या ने एक नया बिजनेस मॉडल तैयार किया, जिसमें उपयोगकर्ता 2 रुपये से लेकर 25 रुपये तक का शुल्क देकर रियल-टाइम मल्टीप्लेयर गेम्स खेल सकते थे, और पुरस्कार जीत सकते थे. उन्होंने इसमें भारतीयता का तड़का लगाने के लिए 25 लोकल भाषाओं और लोकल गेम्स जैसे क्रिकेट, कैरम और फ्रूट स्मैश को शामिल किया. उनका यह मॉडल चल निकला और हिट हो गया.
बहुत तेजी से बढ़ा WinZO का यूजर बेस
सिर्फ एक साल में WinZO का यूजर बेस 50 लाख तक पहुंच गया. लोग औसतन 55 मिनट रोजाना ऐप पर बिताने लगे, और उनकी दैनिक जमा राशि में 100 फीसदी मंथली ग्रोथ हुई. इनमें से 20 फीसदी लोगों ने पहली बार डिजिटल ट्रांजैक्शन किया. मई 2018 में WinZO ने कलारी कैपिटल से 3.3 करोड़ रुपये की फंडिंग हासिल की.
2019 तक, WinZO के पास 2 करोड़ यूजर, 200 करोड़ मंथली ट्रांजैक्शन और 1 अरब गेमप्ले थे. उन्होंने फरवरी 2019 में 35.4 करोड़ रुपये की अतिरिक्त फंडिंग जुटाई. WinZO ने 50 इंडी गेम डेवलपर्स और स्टूडियो के साथ साझेदारी की, ताकि उनके गेम प्लेटफॉर्म पर होस्ट किए जा सकें.
सितंबर 2020 आते-आते WinZO के प्लेटफॉर्म पर 100 गेम्स, पांच अलग-अलग फॉर्मेट और 10 लोकल भाषाओं में उपलब्ध हो चुके थे. उन्होंने 157 करोड़ रुपये की फंडिंग 455 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन पर जुटाई, लेकिन असली बड़े फल अभी तक मिला नहीं था. 2022 में WinZO ने क्रिकेटर एमएस धोनी को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया और कैरी मिनाती व भुवन बाम जैसे यूट्यूबर्स के साथ साझेदारी की. 5 करोड़ यूजर्स के आंकड़े को पार करते हुए WinZO ने ग्रिफिन गेमिंग की अगुवाई में 487 करोड़ रुपये जुटाए और 2360 करोड़ रुपये की कंपनी बन गई.
आज WinZO भारत का सबसे बड़ा सोशल गेमिंग प्लेटफॉर्म है. इसके पास 175 मिलियन यूजर, 5 अरब मंथली ट्रांजैक्शन और 100 से अधिक गेम्स हैं. इसकी सालाना आय 691 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है.
New Delhi,New Delhi,Delhi
January 22, 2025, 17:25 IST
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